हैदराबाद। भ्रष्टाचार के मामले में आरोपी जिला न्यायाधीश को गुरुवार को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। तेलंगाना के भ्रष्टाचार विरोधी ब्यूरो ने उनके खिलाफ आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति रखने के आरोप में मामल दर्ज किया है। एसीबी के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि रांगा रेड्डी जिला अदालत के 14वें अतिरिक्त जिला न्यायाधीश वैद्य वारा प्रसाद को एसीबी न्यायाधीश के समक्ष पेश किया गया, जिन्होंने उन्हें 28 नवंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
हाई कोर्ट को मिली थी शिकायत
हैदराबाद स्थित तेलंगाना और आंध्रप्रदेश राज्यों के लिए उच्च न्यायालय को इस न्यायाधीश के खिलाफ शिकायत याचिका मिली थी कि उन्होंने अकूत संपत्ति एकत्र कर रखी है। इन आरोपों के प्रारंभिक सत्यापन के बाद हाईकोर्ट ने भ्रष्टाचार विरोधी ब्यूरो को उनके खिलाफ आगे कार्यवाही करने का आदेश दिया था।
एसीबी ने मारे थे छापे
इससे पहले मंगलवार को मामला दर्ज करने के बाद बुधवार को तेलंगाना के और महाराष्ट्र के ठिकानों पर एसीबी ने छापेमारी की थी। यह छापेमारी जिला जज और उनके रिश्तेदारों व सहयोगियों के आवासों पर की गई थी। एसीबी की छापेमारी में तीन फ्लैट के दस्तावेज, दो कार, घरेलू सामान, एक दोपहिया वाहन और करीब 38.16 लाख रुपये के बैंक जमा व फिक्स्ड डिपॉजिट से जुड़े दस्तावेज बरामद किए गए। इन संपत्तियों की मार्केट वैल्यू तीन करोड़ रुपए है।
केंद्रीय कारागार भेजा
जिला जज को चंचलगुडा के केंद्रीय कारागार भेज दिया गया है। हाई कोर्ट ने उनके खिलाफ आंतरिक जांच करवाई थी। इसके बाद अदालत ने एसीबी को कानून के अनुसार न्यायाधीश के खिलाफ मामला दर्ज करने की इजाजत दे दी। तेलंगाना के भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो ने मामला दर्ज किया हैं। इस मामले में एसीबी ने हैदराबाद में चार स्थानों, श्रीसिल्ला जिले में तीन स्थानों और महाराष्ट्र में दो स्थानों पर छापेमारी की।