नई दिल्ली। भारत में कई आतंकी घटनाओं को अंजाम देने वाले जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर एक गंभीर बीमारी की गिरफ्त में आ गया है। बताया जा रहा है कि मसूद इन दिनों बिस्तर पर रहने को मजबूर है और संगठन की जिम्मेदारी उसके भाईयों रऊफ असगर और अतहर इब्राहिम संभाल रहे हैं। इंटेलीजेंस ब्यूरो के सूत्रों के हवाले से आ रही खबरों की मानें तो मसूद के संगठन के आतंकी अब उसके भाईयों के इशारों पर अफगानिस्तान और भारत में हमलों को अंजाम दे रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, बीमारी ने 50 वर्षीय मसूद अजहर की रीढ़ की हड्डी और किडनी को बुरी तरह से प्रभावित किया है। जिन अधिकारियों के हवाले से ये जानकारी मिली है, उनका कहना है कि अजहर का इलाज इस समय रावलपिंडी के मुरी स्थित मिलिट्री हॉस्पिटल में चल रहा है। बताया जा रहा है कि पिछले करीब डेढ़ वर्ष से अजहर बिस्तर पर है। अजहर को न तो बहावलपुर स्थित उसके घर के आसपास देखा गया और न ही पाकिस्तान में कहीं और वह नजर आया है।
ध्यान रहे कि साल 2016 में पहले पठानकोट में एयरफोर्स बेस पर आतंकी हमले और फिर उरी में आर्मी बेस पर हुए हमले का जिम्मेदार भारत से मसूद को ही बताया था। भारत ने मसूद अजहर को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित करने के लिए यूनाइटेड नेशंस (यूएन) में प्रस्ताव भी पेश किया था। लेकिन हर बार की तरह चीन ने भारत के इस प्रस्ताव से सहमति नहीं जताई और ये अधर में ही लटक गया।
गौरतलब है कि साल 2001 में संसद पर हुआ आतंकी हमले, साल 2006 में अयोध्या और फिर साल 2016 में पठानकोट हमला, ये सब मसूद अजहर के ही इशारे पर हुए थे। मसूद अजहर उन तीन आतंकियों में शामिल है जिन्हें भारत ने साल 1999 में इंडियन एयरलाइंस की हाइजैक्ड फ्लाइट आईसी-814 को छुड़ाने के लिए जेल से रिहा किया था। इस हाइजैकिंग को उस समय तालिबान और अल-कायदा के अलावा पाकिस्तान की इंटेलीजेंस एजेंसी आईएसआई ने भी सपोर्ट किया था। इस हाइजैकिेंग को मसूद अजहर के भाई अतहर इब्राहिम ने ही अंजाम दिया था जो इस समय संगठन का मुखिया है।