नई दिल्ली। विजय माल्या और नीरव मोदी मामले में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों का सीबीआई ने जवाब दिया है। सीबीआई ने सभी आरोपों को नकारते हुए कहा है कि माल्या के लुकआउट सर्कुलर (एलओसी) में बदलाव का फैसला किसी एक अधिकारी द्वारा नहीं लिया गया था। एजेंसी ने यह भी कहा है कि उस वक्त उनके पास माल्या को पकड़ने की कोई ठोस वजह मौजूद नहीं थी।
सीबीआई ने भले अपने बयान में किसी का नाम नहीं लिया लेकिन यह राहुल गांधी के ट्वीट का जवाब माना जा रहा है। अपने बयान में माल्या वाले मामले पर सीबीआई ने कहा, 'जैसा की पहले भी कई बार बताया जा चुका है कि लुकआउट सर्कुलर में बदलाव इसलिए किया गया था क्योंकि उस वक्त हमारे पास उन्हें गिरफ्तार करने की कोई ठोस वजह नहीं थी।
जैसे आरोप लग रहे हैं, उस वक्त किसी एक अफसर ने इसपर फैसला नहीं लिया था, बल्कि यह फैसला पूरी प्रक्रिया के बाद लिया गया था।' जारी बयान में पीएनबी वाले मामले पर कहा गया है कि सीबीआई को पीएनबी ने घोटाले के बारे में जब बताया तबतक नीरव मोदी और मेहुल चौकसी को भारत छोड़े एक महीना हो चुका था। ऐसे में सीबीआई के किसी अफसर पर उनको भगाने में हाथ होने का सवाल ही नहीं उठता। बैंक से शिकायत मिलने के बाद हमारे द्वारा उचित ऐक्शन लिया गया था।
राहुल ने किया ट्वीट
राहुल ने ट्वीट कर सीबीआई के एक अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने लिखा था, 'सीबीआई जॉइंट डायरेक्टर ऐके शर्मा ने माल्या के लुकआउट नोटिस को बदला था, जिससे माल्या भागे। शर्मा गुजरात कैडर से अफसर हैं और पीएम मोदी के चहेते भी। नीरव और चौकसी को भगाने में भी इनका रोल है।