मुजफ्फराबाद। पाकिस्तानी शासन ने पीओके से होकर गुजरने वाली नीलम नदी के पानी का रुख मोड़ दिया है। पाक सरकार के इस कृत्य से यहां पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर ने 'जलयुद्ध' जैसे हालात पैदा है गए हैं। दरअसल नीलम नदी पीओके के लिए लाइफ लाइन है। पाकिस्तान अपनी एक विस्तृत योजना के जरिए मुजफ्फराबाद के लोगों को नीलम नदी के पानी से वंचित कर रहा है।
अब नीलम नदी का पानी पंजाब प्रांत में मोड़ा जा रहा है, जिसकी वजह से मॉनसून के बाद भी नदी सूख रही है। वहीं, पंजाब प्रांत पाकिस्तान का पसंदीदा बना हुआ है। पाकिस्तान के इस कदम के खिलाफ पूरे मुजफ्फराबाद में प्रदर्शन हो रहे हैं।
पीओके में पैदा हुए 'जलयुद्ध' के हालात
मुजफ्फराबाद में रहने वाले लोगों का कहना है कि यहां से गुजरने वाली नदी अब सीवेज अपशिष्ट और गंध से भरी जल निकासी के रूप में दिखाई देती है क्योंकि पहाड़ों से पानी पंजाब प्रांत की ओर ले जाया गया है। साफ पानी की जगह नदी में सीवर का पानी आने से बीमारी फैलने का खतरा पैदा हो गया है। लोगों को बीमारियों से बचाने के लिए सरकार को राहत पैकेज ऐलान करना चाहिए।' यहां के रहवासियों ने पाकिस्तान की सरकार से सवाल किया है कि इस प्रॉजेक्ट से वह जो 50 अरब रुपये कमाने वाली है उससे उन्हें क्या मिलेगा? मुफ्त बिजली मुहैया कराने की बजाय वे यहां के लोगों से चार गुना ज्यादा बिल वसूलते हैं। लिहाजा, पाकिस्तान की असलियत दुनिया के सामने लाने के लिए यहां के लोग आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं।