जलालाबाद। अफगानिस्तान का पश्चिमी तथा पूर्वी हिस्सा बम धमाकों से दहल गया। पश्चिमी अफगानिस्तान में पाक्तिया प्रांत के एक प्रमुख शहर में काबुल तथा गर्देज को जोड़ने वाले राजमार्ग पर अज्ञात हमलावरों ने 22 यात्रियों को बंधक बना लिया। पूर्वी अफगानिस्तान के जलालाबाद में बंदूकधारियों ने सरकारी इमारत पर हमला बोला और दरवाजे पर विस्फोट करके कई लोगों को बंधक बना लिया। अधिकारियों तथा प्रत्यक्षदर्शियों ने यह जानकारी दी।
इस हमले की तत्काल किसी भी समूह ने जिम्मेदारी नहीं ली है, हालांकि तालिबान ने एक बयान जारी कर इस हमले में शामिल होने से इन्कार कर दिया। हाल के दिनों में जलालाबाद में हुए आत्मघाती हमलों की इस्लामिक स्टेट ने जिम्मेदारी ली थी। ओबैदुल्ला नामक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि काले रंग की कार में सवार होकर तीन लोग शरणार्थी मामलों के विभाग की इमारत के प्रवेश द्वारा पर पहुंचे और अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। उनमें से एक हमलावर ने खुद को उड़ा दिया और दो अन्य हमलावर इमारत में प्रवेश कर गए। इस क्षेत्र में दुकानें एवं सरकारी दफ्तर बंद हैं।
ओबैदुल्ला के अनुसार कुछ देर बाद एक कार में विस्फोट हुआ जिसके कारण सड़क किनारे खड़े लोग घायल हो गए। उन्होंने कहा, 'हमने कई लोगों को जख्मी हालत में देखा और उन्हें वहां से हटाने में मदद की। अधिकारियों ने बताया कि आठ घायल लोगों को शहर के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, लेकिन इस संख्या में बढ़ोतरी होने की संभावना है। सुरक्षा बलों ने पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर दी है। गोलीबारी तथा फेंके गए हथगोले का धुआं आसमान में दिखाई दे रहा है। स्थानीय प्रांतीय परिषद के सदस्य सोहराब कादरी ने बताया कि गोलीबारी के कारण इमारत में आग लगने के कारण लगभग 40 लोग उसमें फंस गए।
उन्होंने कहा कि एक बंधक ने सुरक्षा अधिकारियों को बताया कि हमलावरों ने लोगों को एक जगह से दूसरे जगह नहीं जाने का आदेश दिया है। प्रांतीय सरकार के प्रवक्ता अत्ताउल्ला खोग्यानी ने बताया कि यह हमला शरणार्थी से संबंधित मुद्दों पर काम करने वाली गैर सरकारी संस्थाओं (एनजीओएस) के साथ बैठक के दौरान हुआ। उन्होंने बताया कि विभाग के प्रमुख तथा कई अन्य लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।