इस्लामाबाद। पाकिस्तान में बुधवार को होने वाले आम चुनाव की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। माना जा रहा है कि इस बार के चुनाव में मुख्य मुकाबला क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए- इंसाफ और पूर्व प्रधानमंत्री नजाव शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के बीच है। आतंकवादी सरगना हाफिज सईद के समर्थन वाले दल अल्लाह- हो-अकबर तहरीक वाले उम्मीदवार भी चुनावी जंग में हैं। माना जा रहा है कि पूर्व में सत्ता में रह चुकी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी चुनाव में कोई खास छाप नहीं छोड़ पाएगी। कई कट्टर मौलवियों सहित 12,570 से अधिक उम्मीदवार संसद और चार प्रांतीय विधानसभाओं के लिए चुनावी मैदान में हैं।
नेशनल असेंबली के लिए 3,675 और प्राविन्सियल असेंबली के लिए 8,895 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। चुनाव प्रचार सोमवार रात थम गया और इसका उल्लंघन करने पर दो साल की कैद अथवा एक लाख रूपये जुर्माना का प्रावधान है। चुनाव प्रचार के दौरान हालांकि कई बार आत्मघाती हमले हुए और जिसमें कई लोग मारे गए। चुनावी रैलियों को लक्ष्य करके भी हमले किए गए। नवाज अपनी बेटी के साथ जिस दिन स्वदेश पहुंचे थे, उस दिन एक माह का सबसे बड़ा आतंकवादी हमला हुआ था।
पूर्व प्रधानमंत्री को हवाई अड्डे से हेलिकॉप्टर के जरिए सीधे रावलंपिडी जेल ले जाया गया। मुख्य चुनाव आयुक्त न्यायमूर्ति (अवकाश प्राप्त) सरदार मुहम्मद राजा ने लोगों को आज आश्वासन दिया कि चुनाव आयोग स्वतंत्र और पारदर्शी चुनाव कराये जाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगा। इस बीच, श्री शरीफ की पार्टी ने आरोप लगाया है कि सेना श्री खान को चुनाव में जीत दिलवाने की जुगत में लगी है। भ्रष्टाचार के मामले में श्री शरीफ और उनकी बेटी रावलंिपडी की आदियाला जेल में बंद हैं। मरियम के पति कैप्टन (अवकाश प्राप्त) मोहम्मद सफदर को भी एक साल की जेल की सजा सुनाई गई है।