वाशिंगटन। अफगानिस्तान में शांति बहाली के लिए अमेरिकी अधिकारियों और तालिबान के प्रतिनिधियों के बीच कतर की राजधानी दोहा में बातचीत शुरू हो गई है। अमेरिका अपनी सबसे लंबी लड़ाई को खत्म करने के लिए आतंकी संगठन के साथ किसी सहमति पर पहुंचने का प्रयास कर रहा है।
तालिबानी सूत्रों के हवाले से बताया है कि दोहा के एक होटल में चल रही बातचीत में अफगानिस्तान और संयुक्त अरब अमीरात के अधिकारी भी शामिल हैं। सुत्रों के मुताबिक, बैठक दोस्ताना माहौल में चल रही है। जिस होटल में बातचीत हो रही है वहां की सुरक्षा बेहद कड़ी कर दी गई है।
होटल के कर्मचारियों तक को अंदर जाने नहीं दिया जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि दोनों पक्षों की बातचीत के लिए होटल का चुनाव इसलिए किया गया, क्योंकि शुरू में कोई पक्ष एक-दूसरे पर विश्वास नहीं कर रहा था। तालिबान अक्सर अपने पुराने आतंकियों और राजनीतिक नेताओं को वातार्कार बनाता है। दोहा में चल रही वार्ता में कुछ ऐसे वातार्कार भी हैं, जो पहले अमेरिका या अफगानिस्तान की जेलों में रह चुके हैं। हालांकि, अब वे सक्रिय लड़ाके नहीं हैं।
रूस, चीन और अरब देशों की नजर से बचने के लिए तालिबान के प्रतिनिधि विशेष उपाय कर रहे हैं। एक प्रतिनिधि ने बताया कि हम कभी एक साथ होटल नहीं जाते हैं। हम कभी बातचीत के लिए पहले नहीं पहुंचते हैं। जब अमेरिकी अधिकारी बैठक की जगह तक पहुंच जाते हैं, तब हम एक-एक करके वहां तक जाते हैं। सुरक्षा कारणों से कभी हम स्टेयर का इस्तेमाल करते हैं, तो कभी सीढ़ी से ऊपर की मंजिल तक पहुंचते हैं। अफगानिस्तान में तालिबान के एक कमांडर ने बताया कि हमारे प्रतिनिधि दोहा से लौटकर हमें बैठक का विवरण देंगे। वे हमें कई विकल्प भी सुझाएंगे। हालांकि, हमारा रवैया बिल्कुल स्पष्ट है कि अमेरिका को अपनी सेना अफगानिस्तान से वापस बुलानी ही होगी।