वॉशिंगटन। बीते हफ्ते अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के होटल को मिले शराब के लाइसेंस को रद्द करने की मांग की गई। इस संबंध में एक याचिका भी दायर की गई है जिसे अडवाइजरी नेबरहूड कमिशन ने सर्वसम्मति से मंजूरी भी दे दी है। इस मांग के पीछे वजह यह दी गई है कि डॉनल्ड ट्रंप अच्छे चरित्र के इंसान नहीं है इसलिए उनके 'ट्रंप इंटरनेशनल होटल' का शराब का लाइसेंस रद्द कर दिया जाना चाहिए। अल्कोहलिक बेवरेज कंट्रोल बोर्ड को भेजी गई शिकायत में कहा गया, ट्रंप इंटरनेशनल होटल के वास्तविक मालिक डॉनल्ड ट्रंप अच्छे चरित्र के इंसान नहीं हैं।
स्थानीय नियमों के अनुसार शराब लाइसेंस के लिए धारक का अच्छे चरित्र का होना जरूरी है। शिकायत में आगे कहा गया, बहरहाल बोर्ड द्वारा चरित्र की जांच लाइसेंस के आवेदन या नवीकरण के समय की जाती है लेकिन ट्रंप के खराब व्यवहार से यह जरूरी हो जाता है कि बोर्ड अभी उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करे।
शिकायत पर हस्ताक्षर करने वालों में पूर्व न्यायाधीश हेनरी कैनेडी जूनियर और जोआन गोल्डफ्रैंक, धार्मिक नेता विलियम लामार चतुर्थ, जेनिफर बटलर और टिमोथी टी बडी तथा रब्बी आरोन पोटेक एवं रब्बी जैक मोलिन शामिल हैं। मैरीलैंड और वॉशिंगटन राज्य के वकीलों ने कहा, धनी और शक्तिशाली लोगों को कोई वैधानिक छूट नहीं दी गई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि ट्रंप इंटरनेशनल होटल के जरिए अवैध भुगतान लिया गया है। हालांकि ट्रंप के वकील ने आरोप का विरोध करते हुए कहा कि सारे भुगतान पूरी तरह वैधानिक हैं क्योंकि ट्रंप ने इनके बदले में कोई पेशकश नहीं की। कोलंबिया के 7 जिलों के निवासियों के साथ दो रिटायर्ड जजों ने भी जून महीने में एबीसी बोर्ड के सामने यह शिकायत की थी।
शिकायत दर्ज करने वाले वकील जोशुआ लेवी ने कहा कि यह कोई राजनीतिक स्टंट नहीं है। इस याचिका को कैंपेन फॉर अकाउंटबिलिटी ऐंड ट्रांसपेरंसी की तरफ से आर्थिक मदद मिल रही है। फिलहाल जून में की गई शिकायत की जांच जारी है और एक बार जांचकर्ता एबीसी बोर्ड को अपनी रिपोर्ट सौंप देंगे तो बोर्ड के पास नोटिस जारी करने के लिए 30 दिन का समय होगा।