नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करने के सात महीने बाद राहुल गांधी ने आखिरकार मंगलवार को 51 सदस्यीय कांग्रेस वर्किंग कमेटी का गठन कर दिया। इस कमेटी की पहली बैठक 22 जुलाई को होगी। राहुल ने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को जगह नहीं दी है। मध्यप्रदेश से ज्योतिरादित्य सिंधिया को इस टीम में शामिल किया गया है।
कमलनाथ क्योंकि पहले ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जा चुके हैं, इसलिए उन्हें वर्किंग कमेटी में जगह नहीं मिली। 10 साल तक मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय सिंह को हटाए जाने से यह साफ है कि प्रदेश में कांग्रेस कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया को ही आगे लेकर चलेगी। उधर, सीपी जोशी और मोहन प्रकाश को वर्किंग कमेटी में जगह न देकर राहुल ने साफ कर दिया है कि राजस्थान की राजनीति में अशोक गहलोत और सचिन पायलट का ही जलवा बरकरार रहेगा।
23 सदस्यीय वर्किंग कमेटी
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह, मोती लाल वोरा, अशोक गहलोत, गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खडगे, एके एंटनी, अहमद पटेल, अंबिका सोनी,ओमन चांडी, तरूण गोगोई, सिद्धरमैया, हरीश रावत, आनंद शर्मा, कुमारी शैलजा, मुकुल वासनिक, अविनाश पांडे, केसी वेणुगोपाल, दीपक बाबरिया, ताम्रध्वज साहू, रघुवीर मीणा, गैखनगम।
स्थायी आमंत्रित सदस्य
शीला दीक्षित, पी चिदंबरम, ज्योतिरादित्य सिंधिया, बालासाहेब थोराट, तारिक हमीद कारा, पी सी चाको, जितेंद्र सिंह, आरपीएन सिंह, पी एल पूनिया, रणदीप सुरजेवाला, आशा कुमारी, रजनी पाटिल, रामचंद्र खूंटिया, अनुग्रह नारायण सिंह, राजीव सातव, शक्तिसिंह गोहिल, गौरव गोगोई और ए. चेल्लाकुमार।
विशेष आमंत्रित सदस्य
केएच मुनियप्पा, अरूण यादव, दीपेंद्र हुड्डा, जितिन प्रसाद, कुलदीप विश्नोई, जी संजीव रेड्डी, केशव चंद यादव, फिरोज खान, सुष्मिता देव और लालजीभाई देसाई।