नई दिल्ली। सरकार की ओर से कोई सकारात्मक पहल न होती देखकर आॅपरेटर 20 जुलाई से ट्रकों का चक्का जाम करने पर अड़ गए हैं। ट्रक आॅपरेटरों ने कहा है कि इस हड़ताल से रोजाना दो हजार करोड़ रुपए का नुकसान होगा। यही नहीं, हड़ताल से आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई पर भी असर पड़ सकता है।
हड़ताल का आह्वान करने वाली आॅल इंडिया मोटर ट्रांसपॉर्ट कांग्रेस ने कहा है कि मोदी सरकार ने टोल मुक्त का वादा किया था लेकिन यह वादा तो पूरा नहीं ही किया गया, उलटे डीजल व पेट्रोल को जीएसटी के दायरे से बाहर रखकर ट्रांसपॉर्टरों के लिए नई मुसीबत खड़ी कर दी है। अब रोजाना डीजल, पेट्रोल के दाम बदल जाते हैं, ऐसे में उनके लिए सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि वे रोज अपने किराए की दरों में बदलाव नहीं कर सकते। आॅल इंडिया मोटर ट्रांसपॉर्ट कांग्रेस के उत्तर भारत के उपाध्यक्ष हरीश सब्बरवाल के मुताबिक 20 जुलाई से 90 लाख ट्रकों का चक्का जाम हो जाएगा।