इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर छाए संकट के बादल हटने का नाम नहीं ले रहे। राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनआईबी) ने उनके खिलाफ धन शोधन के एक और मामले की जांच शुरू कर दी है। पाकिस्तान के समाचार पत्र डॉन ने एनआईबी के प्रवक्ता के हवाले से बताया कि पत्रकार एवं स्तंभकार असद खराल की शिकायत पर जांच शुरू की गयी है। पत्रकार ने ब्यूरो के समक्ष अपना बयान दर्ज करवाकर संबंधित दस्तावेज जांच कर्ताओं को सौंप दिये हैं। शिकायतकर्ता ने बताया है कि किस तरह से शरीफ और उनके परिवार के सदस्यों ने अवैध रूप से विदेशों में पैसा भेजा।
शिकायत में कहा गया है कि नवाज के परिवार ने पेशावर के हवाला कारोबारी खईस्ता खान और जमशेद खान के साथ साठगांठ करके उनके खातों से बड़ी राशि बाहर भेजी। दोनों ने एनआईबी को दी गवाही में कहा कि नवाज का परिवार नियमित रूप से बड़ी राशि को विदेशी मुद्रा में बदलता रहा। शरीफ और उनके परिवार के सदस्यों पर पनामा पेपर्स लीक मामले में भी इसी तरह के आरोप लगे हैं जिनकी जांच चल रही है।
शिकायत में कहा गया है कि शरीफ के चचरे भाई खालिद सिराज ने संघीय जांच एजेंसी के समक्ष दर्ज कराये गये बयान में पनामा पेपर्स लीक मामले में उनके परिवार के काले कारनामे, विदेशों में पैसा भेजना, विदेशों में संपत्ति खरीदने का जिक्र किया है। शिकायत में कहा गया, वर्ष 1988 से 1991 के बीच पांच करोड़ 68 लाख की राशि विदेश भेजी गयी। इसके अलावा उन पर विदेशी बैंकों में पैसा भेजने समेत कई अन्य मामलों में जांच चल रही है।