लंदन। ब्रिटेन में राजशाही शासन का जश्न मनाने के लिए हर साल होने वाली परेड में पहली बार एक सिख जवान ने फर वाली टोपी की जगह पगड़ी पहनी। 'ट्रूपिंग द कलर' नाम से मशहूर यह जश्न महारानी के आधिकारिक जन्मदिन के अवसर पर मनाया जाता है। महारानी एलिजाबेथ वैसे तो बीते 21 अप्रैल को ही अपना असल जन्मदिन मना चुकी हैं लेकिन जनता भी महारानी के जन्मदिन का जश्न मना सके इसलिए जून के किसी भी शनिवार को यह परेड होती है।
शनिवार नौ जून को हुई परेड में एक हजार सैनिकों ने भाग लिया जिसमें महारानी की सुरक्षा में तैनात गार्ड्समैन चरणप्रीत सिंह लाल भी शामिल थे। अन्य सैनिकों के समान दिखने के लिए लाल ने काले रंग की पग़डी पहनी। पग़डी पर कोल्डस्ट्रीम गार्ड का स्टार भी लगा था। भारत में पैदा हुए लाल पहली बार इस परेड में शामिल हुए। अपनी खुशी साझा करते हुए लाल ने कहा, 'पगड़ी पहन कर परेड में शामिल होना मेरे लिए सम्मान की बात है।
मुझे उम्मीद है कि लोग इसे ऐतिहासिक बदलाव की तरह देखेंगे।' लाल ने उम्मीद जताई कि उनके बाद केवल सिख ही नहीं बल्कि अलग-अलग धर्मो के लोग भी सेना में भर्ती होने के लिए प्रोत्साहित होंगे। महारानी एलिजाबेथ के साथ नवविवाहित शाही दंपती मेघन मर्केल व प्रिंस हैरी और प्रिंस विलियम की पत्नी केट मिडल्टन भी परेड में शामिल हुए।
महारानी के जन्म दिन पर सम्मानित होने वालों में 33 एनआरआई महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के जन्म दिन पर सम्मानित होने वालों की सूची में कम से कम 33 अनिवासी भारतीयों के भी नाम शामिल थे। सम्मानित होने वाले एनआरआई में रॉयल हाउसहोल्ड के सर्जन सत्यजीत भट्टाचार्य के अलावा प्रोफेसर जसविंदर सिंह बामरा, मनोज कुमार बदाले, सोनिया कुमारी ब्रुक्स और परगन सिंह चीमा आदि के नाम शामिल हैं।