फैसलाबाद। चीन इन दिनों पाकिस्तान में चीन-पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर (सीपेक) के काम में लगा हुआ है। इसके चलते चीन के इंजीनियर्स और अन्य स्टाफ इस समय पाकिस्तान में ही है। बुधवार को सामने आए एक वीडियो को देख अंदाजा लगाया जा सकता है कि कैसे चीन अब पाकिस्तान को अपने काबू में कर चुका है और धीरे-धीरे यहां पर अपने पैठ जमा रहा है। दरअसल, इस वीडियो में चीन के इंजीनियर और अन्य स्टाफकर्मी पाकिस्तान पुलिस के जवानों को पीटते नजर आ रहे हैं। इस दौरान वहां तमाशबीनों का खासा मजमा भी लग गया था। फैसलाबाद में हुई इस घटना की जानकारी डॉन न्यूज ने सबसे पहले दी।
कैंपस छोड़ने से किया मना तो पिल पड़े
बहावलपुर से फैसलाबाद तक जाने वाले एम4 मोटरवे के निर्माण में लगे चीनी इंजीनियर्स को सुरक्षा कारणों के चलते बिना सिक्योरिटी के उनका कैंपस छोड़ने की मनाही है। इसी बात को लेकर चीनी इंजीनियर्स का पुलिस वालों से विवाद हो गया था। कई मोबाइल क्लिप्स सोशल मीडिया पर शेयर हो रहे हैं। इनमें नजर आ रहा है कि चीनी इंजीनियर्स काफी आक्रामक हैं और पुलिसकर्मियों पर हमला कर देते हैं। एक वीडियो क्लिप में तो चीनी नागरिक पुलिस वैन के बोनट पर खड़ा है। एक और क्लिप में चीनी नागरिक पुलिसकर्मियों और वहां मौजूद लोगों को धक्का दे रहे हैं। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक चीनी इंजीनियर्स और अन्य अधिकारियों को खानेवाल स्थित उनका कैंपस छोड़ने से मना किया गया था।
रेड लाइट एरिया में जाना चाहते थे इंजीनियर
चीनी इंजीनियर्स और दूसरे अधिकारी मंगलवार रात एक रेड लाइट एरिया में जाना चाहते थे। सुरक्षा अधिकारियों ने उन्हें बिना सिक्योरिटी के जाने से मना कर दिया। इसी बात पर विवाद हुआ और चीनी इंजीनियर्स ने कंस्ट्रक्शन कैंप में स्थित पुलिस कैंप की पावर सप्लाई बंद कर दी। बुधवार सुबह जब चीनी इंजीनियर्स अपने काम के लिए निकले तो उन्होंने भारी मशीनें और गाड़ियां सड़क पर ही छोड़ दीं। इसके बाद पुलिस कैंप पर हमला कर दिया।
इंजीनियर्स ने पंजाब के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ को चिट्ठी लिखी है, जिसमें कहा गया कि पुलिस अधिकारियों ने उन्हें ड्यूटी करने से रोका और उन पर हमला किया। यह पहली बार नहीं है जब चीनी नागरिकों ओर स्थानीय पुलिस के बीच झगड़ा हुआ। इससे पहले वर्ष 2016 में भी पुलिस और चीनी मजदूरों के बीच झड़प हुई थी। मजदूर उस समय कंस्ट्रक्शन साइट पर ही रुकने पर अड़े थे, लेकिन पुलिस सुरक्षा कारणों से उन्हें ऐसा करने से रोक रही थी।