नई दिल्ली। बजट सत्र के दूसरे सेशन चल रहा है लेकिन इन 17 दिनों में सदन में काम नहीं हो पाया। वहीं आज राज्यसभा में सांसदों का विदाई भाषण हुआ। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि राज्यसभा में हंगामे के कारण सेवानिवृत्त हो रहे सदस्यों को तीन तलाक पर रोक संबंधी विधेयक जैसे महत्वपूर्ण फैसलों में भाग लेने का सौभाग्य नहीं मिल सका।
मोदी ने सेवानिवृत्त हो रहे 40 सांसदों के विदाई के मौके पर उन्हें उत्तम सेवाओं और योगदान के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि भले ही आप लोग संसद से जा रहे हैं लेकिन आपके लिए पीएमओ के दरवाजे हमेशा खुले हैं। आप अने अनुभव और सेवाएं साझा करने के लिए कभी भी किसी भी समय मुझसे मिल सकते हैं। आपकी कभी हमेशा सदन को खलेगी।
पीएम ने कहा कि यह सदन उन वरिष्ठ महानुभावों का है, जिनका अनुभव सदन को अच्छा बनाता है। मोदी ने हंगामे पर कहा कि अगर सदन ठीक से चलता तो सांसदों को जाते-जाते कुछ बेहतर छोड़कर जाने का मौका मिल गया होता लेकिन इससे आप लोग वंचित रह गए। इसके लिए विपक्ष ही नहीं दोनों तरफ के सदस्य जिम्मेदार हैं।
सभापति और संसदीय कार्य राज्यमंत्री की कड़ी मेहनत से यह चर्चा मुमकिन हो पाई है। इस दौरान उन्होंने कुरियन की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनका हंसता हुआ चेहरा हमेशा याद रहेगा। सदन से दो अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी रह चुके सचिन तेंदुलकर और दिलीप टर्की जैसे लोगों का अनुभव अब सदन को नहीं मिलेगा।