बीजिंग। नॉर्थ कोरिया का तानाशाह किम जोंन उन गुपचुप चीन के दौरे पर है। आपको बता दें कि 2011 में देश की कमान संभालने के बाद उत्तर कोरियाई नेता की यह पहली विदेश यात्रा होगी। समाचार एजेंसी ब्लूमबर्ग ने बताया कि उत्तरी कोरियाई नेता रविवार और सोमवार को चीन की राजधानी में थे। इसके पहले जापानी मीडिया में यह खबर आई थी कि दोनों देशों के बीच संबंधों की चर्चा के लिए रविवार को चीन में एक उच्च श्रेणी की उत्तर कोरियाई विशेष ट्रेन पहुंची थी।
हालांकि चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि उन्हें इस यात्रा की जानकारी नहीं है। चीन उत्तर कोरिया का एकमात्र मित्र देश माना जाता है। अगर किम वाकई चीन दौरे पर हैं तो इसे एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक प्रगति मानी जा सकता है। बीजिंग रेलवे स्टेशन के बाहर एक दुकान के मैनेजर का कहना है कि सोमवार शाम उन्होंने असामान्य दृश्य देखे। बाहर, सडक़ पर और स्टेशन के सामने बहुत सारे पुलिस अफसर थे। स्टेशन को अंदर से बंद कर दिया गया था।
आपको इसी महीने उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री की स्टॉकहोम में स्वीडन के प्रधानमंत्री स्टीफन लॉफवेन से मुलाक़ात हुई थी। इससे पहले अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन के बीच मुलाकात के लिए सहमति की ख़बर आई थी। किम जोंग उन अपने दक्षिण कोरियाई समकक्ष मून जे-इन से अगले महीने मिलने वाले हैं।
व्हाइट हाउस का कहना है कि डोनाल्ड ट्रंप और नेता किम जोंग उन के बीच ठोस बैठक को लेकर वॉशिंगटन उत्साहित है। इस माह की शुरुआत में दक्षिण कोरियाई राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के नेतृत्व वाले प्रतिनिमंडल ने ट्रंप को किम की ओर से भेंट का निमंत्रण दिया था। ट्रंप के निमंत्रण स्वीकार करने पर पूरा विश्व आश्चर्यचकित था।