टेक्सॉस।। अमेरिका के टेक्सॉस में पुलिस ने एक शख्स को अपनी नाबालिग बेटी को जबरन वेश्यावृति के धंधे में धकेलने के मामले में 60 साल की सजा सुनाई है। शुक्रवार को टेक्सॉस काउंटी के जज ने एंड्रयु जेम्स टर्ले को यह सजा सुनाई। टर्ले पर अपनी 4 साल की बेटी का सौदा करने और उसे जबरन वेश्यावृति में धकेलने का केस चल रहा था। दो साल तक चले इस मुकदमे के बाद टर्ले को सजा सुनाई गई है। 30 साल के टर्ले ने अपनी बेटी के साथ सेक्सुअल रिलेशनशिप बनाने का आमंत्रण देने वाला विज्ञापन दिया था।
खबरों के अनुसार अधिकारियों के अनुसार विस्कॉन्सिन के रहने वाले टर्ले ने 'प्ले विथ डैडीज लिटिल गर्ल' विज्ञापन में कहा कि उसकी बेटी की उम्र 10 साल से कम है। उसने इस संबंध में 70 ईमेल के बाद एक ग्राहक को अपनी बेटी से मिलवाने का सौदा तय किया था। ग्राहक को भेजे अपने कई ईमेल में उसने (टर्ले) कहा था कि जब वो उसकी बेटी से सेक्स करने आएगा तो वो बेहोश होगी (नींद की गोलियों की वजह से)। इसके लिए वो 1000 डॉलर चार्ज करेगा। अधिकारियों ने कहा कि टर्ले ने माना कि उसकी बेटी सेक्स के लिए काफी छोटी है लेकिन 'दूसरी सेक्सुअल क्रियाओं' के लिए वो ठीक है।
बच्ची के पिता से सौदा करने पुलिस ने भेजा अपना एजेंट
टर्ले के दिए विज्ञापन को देखकर उससे मिलने पहुंचा शख्स पुलिस का ही भेजा हुआ आदमी था। सरकारी वकील ने बताया कि टर्ले को नवंबर, 2005 में उस समय गिरफ्तार किया गया था जब पुलिस के अंडर कवर एजेंट ने उस जगह (अपार्टमेंट) के बारे में बताया जहां वो बच्ची अपनी मां के साथ रहती थी। टर्ले होस्टन में यहां अपनी बेटी से मिलने आया था। केटीआरके ने अपनी रिपोर्ट मे कहा, लड़की बेडरूम में कंबल के अंदर बगैर कपड़ों के बेसुध पड़ी थी। रिपोर्ट के मुताबिक बच्ची की मां को अपने पति के इस करतूत के बारे में जानकारी नहीं थी।
इसलिए उसे इस मामले में आरोपी नहीं बनाया गया। सरकारी वकील स्टीवेना मिस्केल ने कहा, इस मामले से मुझे बहुत पीड़ा हुई है। पिता को अपने बच्चों का रखवाला माना जाता है लेकिन यहां पिता ही अपनी बेटी का भक्षक निकला। इस फैसले से ऐसे लोगों को समाज से बाहर रखने में मदद मिलेगी। टर्ले को दो अलग-अलग धाराओं में 30-30 साल की सजा सुनाई गई है। इसका मतलब हुआ कि उसे 75 वर्ष होने तक परोल नहीं मिल सकेगी।