तेल अवीव। सार्वजनिक क्षेत्र की विमानन कंपनी एअर इंडिया की इजरायल के लिए पहली उड़ान शुक्रवार को तेल अवीव पहुंच गई। सऊदी अरब द्वारा इजरायल जाने वाली वाणिज्यिक उड़ानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र खोलने के बाद यात्रा के समय में कमी आई है। इसी के साथ अरब साम्राज्य और यहूदी देश के बीच संबंध सुधरने के भी संकेत हैं।
भारत और इजरायल के बीच व्यक्तिगत संपर्क और राजनयिक संबंधों की नई शुरुआत की घोषणा के साथ एअर इंडिया ने नई दिल्ली से तेल अवीव के बीच गुरुवार को उड़ान सेवा शुरू की। एअरलाइन सप्ताह में तीन दिन इस उड़ान का परिचालन करेगी। सऊदी अरब ने एअर इंडिया को अपना हवाई क्षेत्र इस्तेमाल करने की अनुमति दी थी, जिसके बाद नई दिल्ली और तेल अवीव के बीच की दूरी 7.25 घंटे में तय होगी, जो दूसरी कंपनी की उड़ान की तुलना में करीब 2.10 घंटे कम है।
दोनों देशों के संबंधों में आएगी मजबूती
एअर इंडिया की उड़ान संख्या एआई 139 गुरुवार रात 10.15 बजे (इजरायली समयानुसार) पर तेल अवीव के बेन गुरियन हवाई अड्डे पर उतरी। इजरायल के पर्यटन मंत्री यारिव लेविन ने कहा यह वास्तव में एक ऐतिहासिक क्षण है। हम नए युग में हैं। मुझे यकीन है कि हम भारत से इजरायल आने वाले पर्यटकों की संख्या में इजाफा देखेंगे और अधिक संख्या में इजरायली भारत से आ सकेंगे। उन्होंने कहा इस तरह का सीधा जुड़ाव दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने में मदद करेगा।
सऊदी अरब के हवाई क्षेत्र के इस्तेमाल को मंजूरी देने से जुड़े सवाल के जवाब में लेविन कहा हम इसे लेकर सतर्क हैं। मुझे उम्मीद है कि आने वाले समय में इस क्षेत्र के हमारे पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध स्थापित होंगे। भारत इसमें बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इजरायल की सरकारी विमान कंपनी ईआई एआई वर्तमान में मुंबई के लिए भारतीय सेवा का संचालन करती है, जो कि सऊदी अरब और ईरान के ऊपर से उड़ने से बचने के लिए लाल सागर के ऊपर से होकर गुजरती है।
देश के इतिहास में पहली बार मिली मंजूरी
भारत के नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा देश के इतिहास में यह पहला मौका है, जब सऊदी अरब ने नई दिल्ली से तेल अवीव के बीच उड़ान के लिए एअर इंडिया को अपने हवाई क्षेत्र के इस्तेमाल की मंजूरी दी। यह भारत की नई छवि और वास्तविकता को दर्शाता है।