नई दिल्ली। पकिस्तानी मूल की एक महिला जिनका नाम मोहसीन शेख है उनका दावा है कि वह पिछले 20 सालों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रखी बांध रही हैं। एएनआई से बात करते हुए कमर ने कहा कि मै पिछले 20-22 साल से नरेंद्र भाई को राखी बांध रही हूं और इस बार भी बांधूंगी। कमर शादी के बाद पाकिस्तान से भारत आ गई थी और तब से यहीं रह रहीं हैं। कमर ने बताया कि उनको लगा था कि इस बार शायद पीएम मोदी बिजी होंगे लेकिन दो दिन पहले ही मोदी ने उनको फोन किया था। कमर मोदी को इस साल भी राखी बांधने की बात सोचकर काफी खुश हैा पुराने दिनों को याद करते हुए कमर ने कहा कि मोदी के साथ उनका पहला रक्षा बंधन तब था जब वह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के कार्यकर्ता हुआ करते थे। कमर ने कहा जब मैंने पहली बार नरेंद्र भाई को राखी बांधी थी जब वह संघ के कार्यकर्ता हुआ करते थे। लेकिन उनकी मेहनत और आगे बढ़ने की सोच ने उनको पीएम बनने में मदद की।
कमर ने बताया कि जब वह पाकिस्तान से भारत आई थीं तो उनके ससुराल वालों के अलावा यहां कोई रिश्तेदार नहीं था। उसी दौरान मोदी उनको मिले। मोदी से पहली मुलाकात का जिक्र करते हुए कमर ने कहा, ‘मैं पहली बार उनसे दिल्ली में ही मिली थी, उन दिनों में अपने पति जो कि पेंटर थे उनके साथ यहां पर आई हुई थी, मैंने उनसे बात की तो मुझे उनके व्यवहार काफी अच्छा लगा। उन्होंने मुझसे बड़े प्यार से पूछा कि कैसी हो बहन? तब से मैं उनकी बहन हो गई।’
लेकिन मोदी के हाथ पर सिर्फ कमर की ही राखी नहीं होगी। वृंदावन के 500 साल पुराने गोपीनाथ मंदिर में रहने वाली विधवा महिलाएं दिल्ली आकर मोदी के हाथ पर राखी बांधेंगी। उस मंदिर में तकरीबन 1000 विधवा महिलाएं रहती हैं। मंदिर की तरफ से बताया गया कि वहां कि पांच महिलाएं मोदी को राखी बांधने दिल्ली पहुंचेंगी। वे हाथ से बंधी हुई 1000 से ज्यादा राखी मोदी को देंगी।