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प्रहरी की हत्या कर जेल से भागे सिमी के आठ आतंकी आठ घंटे में ढेर

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Nov 1 2016 3:49AM | Updated Date: Nov 1 2016 10:32AM
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भोपाल। प्रतिबंधित स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट आॅफ इंडिया (सिमी) के आठ आतंकी रविवार/सोमवार की दरमियानी रात दो-तीन बजे भोपाल की सेंट्रल जेल से भाग निकले। भागने से पहले इन्होंने हेड कांस्टेबल की हत्या कर दी और एक गार्ड को घायल कर उसके हाथ-पांव बांध दिए थे। आतंकियों के भागने के आठ घंटे बाद ही पुलिस ने भोपाल से 10 किमी दूर र्इंटखेड़ी गांव में मुठभेड़ में इन्हें ढेर कर दिया।
 

गार्ड का गला रेता, चादर की रस्सी बनाई
भोपाल पुलिस के सूत्रों ने बताया कि रात तीन बजे आतंकियों ने पहले ड्यूटी पर तैनात हेड कांस्टेबल रमाशंकर यादव को घेर कर अपने कब्जे में लिया और फिर स्टील की प्लेट से उसका गला रेतकर मार डाला। यह भी कहा जा रहा है आतंकियों ने एक चम्मच को घिसकर चाकू की तरह धारदार बना लिया था, उसी से यादव का गला काटा। उन्होंने गार्ड चंदनसिंह को मारपीट कर उसके हाथ-पांव बांध दिए। फिर जेल में मिली चादरों की रस्सी बनाई और उसके सहारे जेल की दीवार से बाहर उतर गए। इन सभी आतंकियों पर देशद्रोह सहित अन्य कई संगीन मामले दर्ज है।  जेल तोड़े जाने की इस घटना के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देश की सभी महत्वपूर्ण जेलों पर सुरक्षा कड़ी करने के निर्देश जारी कर दिए। मप्र सरकार ने भी राज्य के सभी जिलों की पुलिस तथा राजस्थान, उत्तरप्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र जैसी पड़ोसी राज्यों को सतर्क रहने की हिदायत जारी कर दी। आनन-फानन में सभी आतंकियों के सिर पर 5-5 लाख रुपए का इनाम घोषित कर दिया था। 
 

ललकारने पर शुरू कर दी फायरिंग
पुलिस ने बताया कि गांववालों के जरिए उन्हें सूचना मिली थी, जिसके बाद जिला पुलिस, सीटीजी और एसटीएफ की टीमों ने अपना आॅपरेशन शुरू किया। पुलिस ने अचारपुरा इलाके के पठारी इलाके में इन आतंकियों को ट्रेस किया। पुलिस टीम को देखकर ये भागने लगे और उन्होंने जवाबी फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की, जिसमें ये सभी मारे गए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तुरंत केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को एनकाउंटर की जानकारी दी, जिसके बाद तय हुआ कि मामले की जांच एनआईए करेगी।
 

चार अधिकारी सस्पेंड
गृह मंत्री भूपद्र सिंह ने बताया कि लापरवाही पर चार जेलकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। इनमें जेल अधीक्षक अखिलेश तोमर, जेलर विवेक परस्ते, जेलर आलोक वाजपेयी और मुख्य प्रहरी आनंदीलाल शामिल हैं। पूर्व डीजीपी नंदन दुबे मामले की जांच करेंगे।

फरारी से मुठभेड़ तक
>    रात 2.15 से 3.15 बजे के बीच आंतकी जेल से भागे।
>    सुबह 4 बजे पुलिस टीम ने सर्चिंग शुरू की।
>    सुबह 6 से 6.30 के बीच ईटखेड़ी -डोगरा ग्राम के एक ग्रामीण को आतंकियों ने मारा और रोटी छीनीं।
>    सुबह 7 बजे ग्रामीण की सूचना पर गुनगा पुलिस ने क्षेत्र की घेराबंदी की।
>    सुबह 8.15 -8.30 के बीच सूचना के मुताबिक पास के तालाब पर आतंकियों ने शेविंग बनाई।
>    सुबह 8.30 बजे खेजड़ादेव के सरपंच मोहनसिंह को आतंकी अचारपुरा के जंगल में घूमते दिखे।
>    सुबह 8.30 बजे एसपी अरिवंद सक्सेना ने टीम को घेराबंदी करने भेजा।
>    सुबह 9 से 10.30 तक ग्रामीण पुलिस को आतंकियों के हर मूवमेंट की सूचना दे रहे थे।
>    सुबह 10.35 बजे पुलिस ने दो तरफ से घेरकर फायरिंंग शुरू कर दी।
>    सुबह 10.50 पर पुलिस ने सभी आतंकियों का एनकाउंटर कर दिया।

आतंकियों से कट्टे, हथियार मिले

भोपाल। आईजी योगेश चौधरी ने बताया कि अचारपुरा गांव पहुंचने के बाद आतंकियों को चारों तरफ से घेर लिया गया। जब आंतकियों को ललकारा गया तो उन्होंने पुलिस पार्टी पर फायरिंग शुरू कर दी। सुबह 10.30 से 11.30 तक मुठभेड़ चली जिसमें सभी संदिग्ध आतंकी मारे गए। आतंकियों के पास से सात हथियार मिले हैं। इनमें दो 315 बोर के कट्टे, दो जिंदा कारतूस, एक 12 बोर का कट्टा तथा तीन अन्य हथियार हैं। मारे गए सभी आतंकियों पर कई मामले दर्ज थे। मुठभेड़ में पुलिस के तीन जवान भी घायल हुए हैं। आठों आतंकियों में से तीन 2013 में खंडवा जेल तोड़कर भागने वालों में शामिल थे। इन तीनों आतंकियों पर 2008 में हवलदार सीताराम यादव की हत्या, 2011 में हवलदार शिव प्रताप की हत्या समेत डकैती के मामले भी दर्ज थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल हुए एनकाउंटर के वीडियो पर कहा कि इसकी जांच कराई जाएगी। इस वीडियो में पुलिस आतंकियों पर गोली चलाते दिख रही है।

सीएम के पास था अलर्ट
भोपाल। गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने खुलासा किया है कि सीएम शिवराज सिंह चौहान को इस बात का अंदेशा था कि आतंकी जेल से भागने की घटना को अंजाम दे सकते हैं। इसी वजह से उन्होंने कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस में बार-बार जेल की सुरक्षा बढ़ाने पर जोर दिया था। उन्होंने कहा था जेल की व्यवस्था पर हमारी नजर होना चाहिए। उन्होंने सीसीटीवी कैमरे ठीक करने के भी निर्देश दिए थे।

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