नई दिल्ली। नेपाल व भारत में आए भीषण भूकंप में कम से कम 1500 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए हैं। भूकंप की वजह से दोनों देशों में बड़े पैमाने पर तबाही हुई है। कई मकान धराशायी हो गए, सड़कें धंस गई तथा संचार व्यवस्था को भारी क्षति पहुंची है। वहीं नेपाल में ही कम से कम 1500 लोगों की मौत हो गई है।
वहीं भूकंप के झटके दिल्ली से गुवाहाटी और श्रीनगर से जयपुर तक महसूस किए गए। यहां तक कि भूकंप के आधे घंटे बाद तक छह झटके महसूस किए गए। भारत में भी कई लोगों के मरने की खबर है। गृह सचिव एलसी गोयल ने बताया कि देश में भूकंप से 45 लोगों की मौत हो गई है। जिसमें बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल के लोग शामिल है।
भारत ने भेजी मदद
भारत की तरफ से एनडीआरफ और डॉक्टरों की टीमें सहायता के लिए नेपाल पहुंच चुकी है और सेना ने राहत कार्य शुरू कर दिया है। ऐवरेस्ट बेस कैंप 1 और कैंप 2 से करीब 18 लोगों के शव निकाले गए हैं। साथ ही कई सारे पर्वतारोहियों के लापता होने की भी खबर है। इस भूकंप में नेपाल का मशहूर काष्ठ मंडप मंदिर भी गिर गया है, जिसके नाम पर काठमांडू का नाम रखा गया था।
अमेरिकी भूविज्ञान केंद्र के मुताबिक भूकंप का केंद्र नेपाल में पोखरा के पास लामजुम में माना जा रहा है, जहां पर इसकी तीव्रता 7.5 मापी गई है। इस भूकंप का केंद्र जमीन से करीब 11.5 किलोमीटर नीचे था।
पश्चिम बंगाल
भूकंप का केंद्र नेपाल में होने का असर पश्चिम बंगाल के उत्तरी हिस्से पर भी देखा गया। राज्य में भूकंप से एक महिला सहित 3 लोगों की मौत हो गई और 20 अन्य के घायल होने की खबर है। दार्जिलिंग जिले के सिलीगुड़ी इलाके में 3 लोगों की मौत हुई है। वहीं सिलीगुड़ी, दार्जिलिंग कालिमपोंग और कुर्सेयांग में करीब 20 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रदेश के उत्तर बंगाल के 19 नगर पालिकाओं में शनिवार को चल रहा मतदान रोक दिया गया, क्योंकि भूकंप को लेकर लोग दहशत में थे।
उत्तरप्रदेश
पूरे देश में अपना कहर दिखा रहे भूकंप ने उत्तरप्रदेश में भी तबाही मचाई है। प्रदेश में भूकंप से 8 लोगों की मौत हो गई है। प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित विभिन्न जिलों में सुबह आधे घंटे के अंदर तीन बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। वहीं मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तत्काल स्कूल, कॉलेज बंद करने के आदेश दिए।
ओडिशा
भारत के अन्य स्थानों की तरह ओडिशा में भी कुछ जगहों पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। प्रदेश के जगतसिंहपुर, खोर्दा, केंद्रापाड़ा, पुरी, बालेस्वर, सुंदरगढ़, ढेंकनाल, भद्रक और सोनपुर में भूकंप के झटके महसूस किए गए। हालांकि प्रदेश में जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। जबकि इन इलाके के कुछ घरों और इमारतों में दरारें पड़ जाने से लोगों में दहशत है।
मध्यप्रदेश
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप के झटके महसूस किए जाने के बाद लोगों के बीच अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। सरकारी दफ्तरों में कामकाज रोक दिया गया, बड़ी दुकानें और मॉल खाली करा दिए गए और सड़कों पर जाम लग गया।
भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में चल रही बैठक में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसके बाद बैठक बीच में ही रोक दी गई। राज्य में भूकंप के झटके महसूस किए जाने के घंटों बाद भी लोग सामान्य स्थिति में नहीं लौट पाए हैं।
तमिलनाडू
तमिलनाडू के चेन्नई में कई जगह और केंद्र शासित प्रदेश पुडुच्चेरी में देश के अन्य स्थानों की तरह भूकंप के झटके महसूस किए गए। चेन्नई के कोडामबाक्कम और गिंडी इलाके में भूकंप के झटके महसूस किए गए। हालांकि प्रदेश से जानमाल के नुकसान होने की खबर नहीं आई है।
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र के नागपुर और मुंबई शहर के कुछ हिस्सों में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। इन दोनों शहरों में न तो किसी तरह का नुकसान हुआ है और न ही लोगों में कोई दहशत है। मुंबई के बोरीवली और दहिसर उपनगर में 2.8 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया, जबकि बांद्रा में तीव्रता अधिक थी। बांद्रा में फिल्मी हस्तियों, उद्योगपतियों और विदेशी नागरिकों के घर हैं।
वहीं भारतीय मौसम विभाग का कहना है कि भारत में रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 6 और गहराई 10 किलोमीटर दर्ज की गई। अमेरिकी भौगोलिक सर्वेक्षण के अनुसार भूकंप का केंद्र नेपाल का लामजुंग रहा। लामजुंग जिला काठमांडू से लगभग 75 किलोमीटर की दूरी पर है। चीन ने तो कहा है कि भूकंप की तीव्रता 8.1 थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर के जरिए कहा है कि नेपाल में भूकंप की खबर आई है। भारत के कुछ हिस्सों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। उन्होंने कहा कि वे इस संबंध में अधिक जानकारी इकट्ठा करने की प्रक्रिया में हैं और भारत और नेपाल दोनों जगह भूकंप से प्रभावित लोगों तक पहुंच बनाने की दिशा में प्रयासरत हैं।
1934 के बाद नेपाल में आया ऐसा भूकंप
हिमालय की गोद में समाया पूरा नेपाल भूकंप के फॉल्ट जोन में है। नेपाल के बीच में से महेंद्र हाईवे फॉल्ट लाइन गुजरती है। यह तराई इलाकों और पहाड़ी इलाकों को क्रॉस करती है। यहां 1934 में सबसे ताकतवर भूकंप आया था। उसकी रिक्टर स्केल पर तीव्रता 8.4 थी। इसी फॉल्ट लाइन के कारण शिलॉन्ग में भी 1897 में 8.5 तीव्रता वाला भूकंप आ चुका है। यह फॉल्ट लाइन उत्तराखंड से आगे दिल्ली तक जाती है। यही वजह है कि नेपाल में भूकंप का केंद्र होने के बाद भी दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और पूर्वोत्तर भारत में भी झटके महसूस किए गए।
काठमांडो के लिए उड़ानें स्थगित
सभी एयरलाइनों-राष्ट्रीय एयरलाइन एयर इंडिया और निजी वाहक इंडिगो एवं स्पाइसजेट ने नेपाल विमानन प्राधिकरण से अगली अनुमति मिलने तक वहां के लिए अपनी उड़ान सेवाएं स्थगित कर दी हैं।
एयर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा, हम काठमांडो के लिए तीन उड़ानें संचालित करते हैं। सुबह की उड़ान तो निर्धारित कार्यक्रम पर रवाना हुई लेकिन दो अन्य सेवाएं एक दिल्ली से और दूसरी कोलकाता से फिलहाल रोक दी गयीं हैं। हम काठमांडो के विमानन प्राधिकरण से अनुमति मिलने के बाद उन्हें संचालित करेंगे।
सस्ती विमान सेवाएं देने वाली कंपनियों- स्पाइसजेट और इंडिगो ने भी नेपाल सरकार से अनुमति मिलने तक के लिए अपनी सेवाएं संचालित नहीं करने का निर्णय लिया है। स्पाइसजेट के एक अधिकारी ने कहा, फिलहाल, हम रनवे बंद होने के कारण नेपाल के लिए (अपनी सेवाएं) संचालित नहीं कर रहे हैं।
नेपाल में करीब 125 भारतीय फंसे
नेपाल में उच्च तीव्रता का भूकंप का झटका आने के बाद महाराष्ट्र और तेलंगाना के करीब 125 लोग इस हिमालयी देश में फंसे हुए हैं। दिल्ली स्थित महाराष्ट्र सूचना केंद्र के अधिकारियों के अनुसार नासिक से करीब 80 लोग तीर्थयात्रा के लिए नेपाल गए थे जबकि 15-20 लोग ट्रैकिंग अभियान पर थे।
महाराष्ट्र सूचना केंद्र के एक अधिकारी ने कहा, हमें राज्य के लोगों की कॉल आ रही हैं लेकिन हम उनसे सम्पर्क नहीं बना पा रहे हैं। नासिक के करीब 80 लोग तीर्थयात्रा के लिए गए थे जबकि बाकी ट्रैकिंग के लिए गए थे। इस बीच हैदराबाद से करीब 25 पर्यटक काठमांडो में हैं और वे सुरक्षित हैं।
पर्यटकों को ले जाने वाले टूर ऑपरेटर गौरीशंकर ने बताया कि उनके समूह के सदस्य सुरक्षित हैं और वे पशुपतिनाथ मंदिर के पास स्थित एक खुले मैदान में आ गए हैं।
उन्होंने कहा, मैं अपने होटल की चौथी मंजिल पर स्थित बाथरूम में था तभी मुझे झटके महसूस हुए। मैंने तत्काल एक चादर ली और नीचे भागा।अब हम सभी काठमांडो में पशुपतिनाथ मंदिर के पास स्थित एक खुले मैदान में हैं और सुरक्षित हैं।
पाक ने नेपाल, भारत को मदद का प्रस्ताव दिया
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने 7.9 की तीव्रता के बाद भारत और नेपाल को सभी तरह के सहयोग की पेशकश की है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘सरकार और पाकिस्तान के लोग नेपाल एवं भारत की प्रभावित जनता के प्रति एकजुटता प्रकट करते हैं और दुख की इस घड़ी में संभावित मदद की पेशकश करते हैं।’’ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने संवेदना प्रकट की और दोनों देशों में मौजूद मिशन को निर्देश दिया है कि वे वहां की सरकारों से संपर्क कर नुकसान और जरूरी सहयोग के बारे में जानकारी लें। शरीफ इन दिनों ब्रिटेन दौरे पर हैं। पाकिस्तान के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को निर्देश दिया गया है कि वह सहयोग देने के लिए तैयार रहे।
पीड़ितों के लिए हेल्पलाइन
भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने दिल्ली में आपातकालीन कंट्रोल रूम की स्थापना की है। यहां से 24 घंटे भूकंप पीड़ितों के बारे में जानकारी हासिल की जा सकती है।
कंट्रोल रूम फोन न: - 011-2301 2113 / 2301 4104/ 2301 7905
फैक्स नं:- 23018158