नई दिल्ली। घाटी में चौथे दिन लगातार जारी संकट के बीच गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से संपर्क किया और वहां के हालात पर चर्चा की।
सोनिया गांधी और नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर के साथ टेलीफोन पर हुई बातचीत में गृह मंत्री ने उनके साथ कश्मीर घाटी में शांति कायम करने और हालात को सामान्य बनाने के प्रयासों को लेकर चर्चा की।
बातचीत के दौरान उमर अब्दुल्ला ने कहा कि वो मदद के लिए तैयार हैं, लेकिन ये भी कहा कि मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को खुद आगे आकर स्थिति संभालनी चाहिए।
उधर सोनिया गांधी ने कश्मीर में भड़की हिंसा में निर्दोष लोगों के मारे जाने पर गहरा शोक व्यक्त किया है। सोनिया कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दे पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता और आतंकवाद से सख्ती से निपटना जरूरी है।
विदेश से वापिस आए डोभाल
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कश्मीर में तनाव की स्थिति को देखते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को 24 घंटे पहले ही स्वदेश रवाना कर दिया। वह अधिकारियों से घाटी में घटनाक्रमों का नियमित जायजा ले रहे हैं। डोभाल मोदी के साथ उनकी चार देशों की यात्रा पर गए थे और उनका कल आने का कार्यक्रम था। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कश्मीर की स्थिति को जल्द ही नियंत्रण में आने का भरोसा जताया है।
अमरनाथ यात्रा फिर शुरू
जानकारी के मुताबिक, दो दिनों से रुकी अमरनाथ यात्रा सोमवार को फिर से शुरू हो गई। श्रद्धालुओं को श्रीनगर में रातभर रोका जाएगा, फिर वे आगे की यात्रा करेंगे।
अब तक 30 लोगों की मौत
बता दें कि आतंकी बुरहान वानी की मौत पर कश्मीर घाटी में हंगामा जारी है। शुक्रवार को सुरक्षाबलों से हुई मुठभेड़ में वानी के मारे जाने के बाद शुरू हुए विरोध-प्रदर्शनों में अब तक 30 लोग मारे जा चुके हैं। घायलों की तादाद करीब 300 हो गई है जिनमें सुरक्षाबलों के जवान भी शामिल हैं।
महबूबा ने लगाई मदद की गुहार
कश्मीर में शांति बहाली के लिए महबूबा मुफ्ती सरकार ने राजनीतिक दलों और अलगाववादी नेताओं से मदद की गुहार लगाई है। राज्य सरकार के प्रवक्ता नईम अख़्तर ने कहा, हम कश्मीर में शांति बहाल करने के लिए राजनीतिक दलों, खास तौर पर अलगाववादी नेताओं से मदद की अपील करते हैं।