वाशिंगटन। अमेरिका संसद की प्रतिनिधि सभा में एक ऐसा विधेयक पेश किया है, जिसके पारित होने से भारतीय कंपनियों पर एच-1बी और एल1 वीजा के आधार पर आईटी पेशेवरों को नियुक्त करने पर प्रतिबंध लग जाएगा। इसे अमेरिका में कार्यरत आईटी की भारतीय कंपनियों के कामकाज को प्रभावित करने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।
इसलिए विधेयक हुआ पेश
बिल पेश करते हुए न्यूजर्सी से डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद बिल पासक्रेल ने कहा कि अमेरिका में जन्मे बहुत से पेशवर ऐसे हैं, जिनके पास उच्च तकनीकी दक्षता है। लेकिन इसके बावजूद भी उनके पास नौकरी नहीं हैं। उन्होंने कहा कई व्यवसाय ऐसे हैं, जिनमें वीजा नियम का फायदा उठाकर विदेश से कार्यबल मंगाया जाता है। इससे अमेरिकी पेशवरों के साथ नाइंसफी हो रही है। जो गलत है। इसलिए यह विधेयक पास होना जरूरी है।
भारतीय कंपनियों को होगा नुकसान
सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की बड़ी भारतीय कंपनियों की आय का मॉडल आम तौर पर एच-1बी और एल1 वीजा पर निर्भर करता है और उनका कारोबार इस विधेयक से बुरी तरह प्रभावित होंगे।