ढाका। बांग्लादेश रेस्टोरेंट में आतंकी हमले में बर्बरतापूर्ण किए गए कत्ल और फिर सेना की कार्रवाई में मारे गए सभी आतंकियों के मुद्दे पर प्रधानमंत्री शेख हसीना के राजनीतिक सहालकार एचटी इमाम ने कहा है कि सभी आतंकी बांग्लादेश के ही थे और जांच पाकिस्तान की आईएसआई और आतंकी संगठन जमाल पर ही केंद्रित है।
उन्होंने बताया कि एक आतंकी जिसे गिरफ्तार किया गया है वह आखिरी समय में इस हमले से बाहर हो गया था और इस मामले में जांच में अहम साबित होगा। इमाम ने बताया कि आतंकियों ने इलाके की पूरी रेकी की थी और आतंकी हमले को अंजाम दिया। यह हमला बांग्लादेश के ही भीतर पनते आतंकी संगठन के समर्थकों ने किया है।
पीएम के सलाहकार ने बताया कि शेख हसीना ने रात 9.30 बजे ही आतंकी पर कार्रवाई की इजाजत दे दी थी। कंट्रोल रूम से उन्होंने पूरी कार्रवाई पर नजर बनाई रखी थी। इस कार्रवाई में नेवी और सेना के कमांडो ने हिस्सा लिया था। करीब 12 मिनट तक यह ऑपरेशन चला।
सभी आतंकी बांग्लादेशी नागरिक
ढाका ट्रिब्यून ने पुलिस सूत्रों के हवाले से प्रकाशित रिपोर्ट में दावा किया है कि हमले में शामिल सभी आतंकी बांग्लादेशी नागरिक हैं। इनकी उम्र 20 से 28 साल के बीच है। पुलिस का कहना है कि हमलावर सुशिक्षित थे और उनका ताल्लुक धनी परिवारों से है। एक पुलिस सूत्र ने बताया, उनमें से सभी छात्र थे और अपराध स्थल पर वे बंगाली और अंग्रेजी में बातचीत कर रहे थे।
पांच आतंकी पहले ही आतंकी घोषित
ढाका के पुलिस प्रमुख एकेएम शाहिदुल हक ने बताया कि मारे गए छह आतंकियों में से पांच का पहले से आपराधिक रिकाॠर्ड था। वे आतंकी के रूप में सूचीबद्ध थे और पुलिस को उनकी तलाश थी। पुलिस ने उनकी शिनाख्त आकाश, विकास, डान, बंधन और रिपन के रूप में की है। उन्होंने बताया कि मारे गए छह आतंकियों की तस्वीर भी जारी कर दी गई है, जबकि जिंदा पकड़े गए सातवें आतंकी से पूछताछ की जा रही है।
पीएम के आदेश के बाद सेना का दखल
चौधरी ने कहा, आर्मी पैरा कमांडो यूनिट-1 ने अभियान का नेतृत्व किया और 13 मिनट के भीतर छह आतंकवादी मारे गए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने बंधक संकट खत्म करने के लिए सेना को दखल देने का निर्देश दिया, जिसके बाद ऑपरेशन थंडरबोल्ट अभियान शुरू किया गया।