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भारत ने रचा इतिहास: इसरो ने एक साथ लॉन्च किए 20 सैटेलाइट, PSLV-C-3...

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Jun 22 2016 10:14AM | Updated Date: Jun 22 2016 10:14AM
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श्रीहरिकोटा। एकसाथ 20 सैटेलाइट लॉन्च कर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बुधवार को अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इसमें तीन स्वदेशी और 17 विदेशी सेटेलाइट शामिल है। हालांकि, दुनिया में सिंगल मिशन में अमेरिका का 29 और रूस का 33 सैटेलाइट एकसाथ लॉन्च करने का रिकॉर्ड है।

इसरो ने प्रक्षेपण को बताया सफल
श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (PSLV-C-34) को अंतरिक्ष में भेजा गया। भारत के कारटोसैट-2 श्रृंखला के उपग्रह सहित 20 उपग्रहों के साथ पीएसएलवी सी-34 को श्रीहरिकोटा से प्रक्षेपित किया गया। इसरो ने पीएसएलवी-सी-34 के प्रक्षेपण को सफल बताया है।

इसरो ने तोड़ा अपना ही रिकॉर्ड
अपनी 36वीं उड़ान में पीएसएलवी-C34 कार्टोसैट-2 श्रृंखला के 727.5 किलो के सैटेलाइट के साथ 19 दूसरे सैटेलाइटों को अंतरिक्ष में लॉन्च किया। इसरो ने 20 सैटेलाइटों को एक साथ लॉन्च करके अपने पहले 10 सैटेलाइटों के लॉन्चिंग के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है।

कार्टोसैट-2 श्रृंखला के सैटेलाइट को किया लॉन्च
अपनी 36वीं उड़ान में पीएसएलवी-C34 कार्टोसैट-2 श्रृंखला के 727.5 किलो के सैटेलाइट के साथ 19 दूसरे सैटेलाइटों को अंतरिक्ष में लॉन्च किया। इस लॉन्चिंग में अमेरिका के कुल 13 सैटेलाइट हैं। 3 सैटेलाइट भारत के हैं जबकि 4 सैटेलाइट कनाडा, जर्मनी, इंडोनेशिया के हैं। इंडोनेशिया का LAPAN A-3, जर्मनी का BIROS, कनाडा का M3MSAT, यूएसए का स्काईसेट GEN 2-1, कनाडा का GHGSAT 3 और यूएसए के 12 DOVE सैटेलाइट इसमें शामिल है।

19 दूसरे सैटेलाइटों को अंतरिक्ष में लॉन्च किया
पीएसएलवी के साथ स्पेस में भेजे जाने वाले 20 सैटेलाइट का कुल वजन 1288 किलोग्राम है। पीएसएलवी इन सैटेलाइट्स को 505 किलोमीटर की ऊंचाई तक सन ऑर्बिट में लेकर जाएगा। इसरो अब तक 20 देशों के 57 सैटेलाइट लॉन्च कर चुका है। इससे करीब 10 करोड़ डॉलर यानी 660 करोड़ रुपए की कमाई हुई।

10 गुना कम है इस मिशन की लागत
इसरो के इस मिशन की लागत बाकी देशों से 10 गुना कम है। इसरो के नए मिशन में अर्थ की निगरानी करने वाला इंडियन स्पेस शटल कार्टोसैट-2 (725 KG) शामिल है। इसमें गूगल की कंपनी टेराबेला का अर्थ इमेजिंग सैटेलाइट (स्काईसैट जेन2-1) भी है। स्काईसैट से अर्थ के हाई डेफिनेशन फोटो और वीडियो मिलेंगे।

2008 में एक साथ 10 सैटेलाइट लॉन्च किए थे
इससे पहले, इसरो ने सिंगल मिशन के तहत 2008 में एक बार में 10 सैटेलाइट लॉन्च किए थे। इसीलिए यह मिशन एक और नया रिकॉर्ड बनाएगा। कार्टोसैट-2 सैटेलाइट से भेजी जाने वाली फोटोज काटरेग्राफिक, अरबन, रूरल, वाटर डिस्ट्रीब्यूशन और दूसरी जरूरी कामों के लिए मददगार होंगी। चेन्नई की सत्यभामा यूनिवर्सिटी का 1.5 किलो वजनी 'सत्यभामासैट' ग्रीन हाउस गैसों की जानकारी जुटाएगा। वहीं, पुणे के इंस्टीट्यूट का 'स्वायन' हैम रेडियो कम्युनिटी के लिए मैजेस भेजेगा।
 

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