इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने दावा किया है कि उसने एनएसजी में जाने की भारत की कोशिशों को सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया है। विदेशी मामलों में पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के सलाहकार सरताज अजीज ने देश की संसद में इस बात का दावा किया।
NSG में जाने का पाक का दावा ज्यादा मजबूत
अजीज ने कहा कि एनएसजी में जाने का पाक का दावा ज्यादा मजबूत है। अजीज का ये बयान ऐसे समय पर आया है जब इसी हफ्ते एनएसजी के 48 देशों की सिओल में बैठक होनी है जिसमें भारत और पाक की सदस्यता की अर्जी पर फैसला हो सकता है।
...तो बढ़ जाएगी पाक की राजनीतिक भूमिका
अजीज ने पाक के सांसदों से कहा कि पाक इस मामले में अलग-थलग नहीं पड़ रहा था और पाक की विदेश नीति का आधार उसके नागरिकों और परमाणु हथियारों की सुरक्षा है। उन्होंने कहा कि शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन का सदस्य बनने के बाद पाक की राजनीतिक भूमिका बढ़ जाएगी।
मोदी की यात्रा से नहीं पड़ेगा असर
उन्होंने सांसदों से कहा कि पाक के मुस्लिम देशों के साथ ऐतिहासिक संबंध रहे हैं जो कि समान धर्म पर आधारित हैं और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इन देशों की हालिया यात्रा से इसपर कोई असर नहीं पड़ेगा। इससे पहले विपक्षी दलों ने सरकार पर आरोप लगाया कि क्षेत्र में पाक अलग-थलग पड़ गया है। सरकार राष्ट्रीय हितों की रक्षा में विफल रही है और उसे अपनी विदेशनीति में बदलाव करने की जरूरत है।
पाक ने की अपने हितों की हिफाजत
पाकिस्तानी टेलीविजन चैनल समा टीवी के साथ साक्षात्कार में अजीज ने दावा किया है कि भारत ने हमेशा दक्षिण एशिया क्षेत्र पर अपना ‘प्रभुत्व’ बरकरार रखने की कोशिश की जबकि पाकिस्तान ने ‘प्रभावी रूप से’ अपने हितों की हिफाजत करते हुए इसे खारिज किया है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने इस (भारतीय) प्रभुत्व को खारिज किया और अपने हितों की और कश्मीर, परमाणु प्रतिरोधी क्षमता एवं पारंपरिक हथियार संतुलन पर रुख की प्रभावी तरह से रक्षा की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की संप्रभुता और अहम हितों की रक्षा एक राष्ट्र के रूप में उसकी बड़ी उपलब्धि है।
...तो हमारे कबायली इलाके सुरक्षित नहीं रह सकते
अजीज ने अफगान शरणार्थी समस्या की चर्चा करते हुए कहा कि आवागमन पर रोक-टोक नहीं होने की वजह से यह पाकिस्तान के लिए सुरक्षा का एक मुद्दा बन गया है क्योंकि शरणार्थी शिविर ‘आतंकवादियों के लिए पनाहगाह’ बन गए हैं। उन्होंने कहा, ‘हमने फाटा (कबायली इलाकों) पर अपना नियंत्रण स्थापित कर लिया है लेकिन अगर अफगान सीमा विनियमन से मुक्त रहे तो हमारे कबायली इलाके सुरक्षित नहीं रह सकते।