इस्लामाबाद। भारत को न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप में एंट्री के लिए अमेरिका और मैक्सिको का समर्थन मिलने की खबर से ही पाकिस्तान बौखला सा गया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेशी मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने कहा है कि पाकिस्तान परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में भारत का प्रवेश रोकने के लिए इस समूह के लगभग सभी देशों के संपर्क में है। सरताज अजीज ने मंगलवार को पाकिस्तान की सीनेट में एक ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के उत्तर में कहा कि परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में भारत का प्रवेश रोकने का उसका प्रयास सफल होगा।
इससे पहले प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान सीनेट के पाकिस्तान मुस्लिम लीग के एक सदस्य मुसाहिद हुसैन सईद ने कहा था कि परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में भारत के प्रवेश से इस संगठन में पाकिस्तान के प्रवेश का रास्ता रूक जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि भारत, ईरान तथा अफगानिस्तान जैसे देशों से अपना संबंध बढ़ा रहा है जबकि हमने इन्हें अलग कर रखा है।
सरताज अजीज ने हिन्द महासागर को परमाणु अस्त्रों का केन्द्र बनाने की भारत की योजना का विरोध किया और कहा कि पाकिस्तान न केवल अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इसका विरोध करेगा बल्कि संयुक्त राष्ट्र महासभा से इसे परमाणु अस्त्रों से मुक्त क्षेत्र घोषित करने की मांग करेगा। प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान सीनेट के कई सदस्यों ने पाकिस्तान की विफल विदेश नीति की आलोचना की और भारत की आक्रामक विदेश नीति के जवाब के लिए आवश्यक कदम उठाने की मांग की।
व्हाइट हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बराक ओबामा के बीच हुई बैठक में यूएस ने एनएसजी पर समर्थन जताया। बैठक के बाद पीएम मोदी ने कहा कि हमारे मित्र बराक ओबामा (यूएस प्रेसिडेंट) ने MTCR और NSG में समर्थन दिया है। हम हमेशा उनके आभारी रहेंगे। उन्होंने बताया कि बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई। बता दें कि एनएसजी में भारत की सदस्यता पर पाकिस्तान और चीन विरोध जता चुके हैं।