वाशिंगटन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों पांच देशों की यात्रा पर हैं। जिसके तहत वह अमेरिका के वाशिंगटन डीसी पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत के लिए तमाम लोग एयरपोर्ट पर पहले से मौजूद थे। पीएम मोदी के स्वागत के लिए एयरपोर्ट पर पहले से भारी तादाद में भारतीय मौजूद थे। सभी मोदी-मोदी और भारत माता की जय के नारे लगा रहे थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने भी प्रशंसकों को निराश नहीं किया और सबसे पहले उनसे जाकर हाथ मिलाया। प्रधानमंत्री ने इस दौरान भारतीय मूल की दिवंगत अमेरिकी अंतिरिक्ष यात्री कल्पना चावला को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद ब्लेयर हाउस में पीएम मोदी को चोल वंश से जुड़ी अनोखी भेंट मिली। यही नहीं अमेरिका ने तस्करों से बरामद 12 प्राचीन मूर्तियां भारत को लौटाईं। दरअसल, भारत से तस्करी कर ले जाई गईं दुर्लभ सांस्कृतिक कलाकृतियों को अमेरिका ने लौटा दिया। इन कलाकृतियों की कीमत लगभग 10 करोड़ डॉलर है।
छठी बार ओबामा से मिलेंगे मोदी
प्रधानमंत्री मोदी आज अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा के साथ द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत करेंगे। प्रधानमंत्री बनने के बाद से मोदी छठी बार ओबामा से मिलेंगे। मोदी के लिए ओबामा ने एक भोज का आयोजन भी किया है।
ऐसा करने वालो पांचवें भारतीय पीएम होंगे मोदी
8 जून को मोदी अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे। ऐसा करने वाले वह पांचवें भारतीय प्रधानमंत्री होंगे। बाद में उनके लिए स्पीकर ने दोपहर के भोज का आयोजन किया है। मोदी के लिए अमेरिकी प्रतिनिधि सभा और सीनेट की विदेश मामलों की समितियों एवं इंडिया कॉकस भी एक स्वागत कार्यक्रम का आयोजन करेंगे। मोदी इसके बाद यात्रा के अंतिम चरण में मैक्सिको पहुंचेंगे।
भारत की मदद से बना सलमा डैम, खर्च हुए 1437 करोड़ रु.
बता दें कि अपनी 5 देशों की यात्रा के पहले पड़ाव पर पीएम मोदी अफगानिस्तान के हेरात पहुंचे। यहां उन्होंने भारत की मदद से तैयार हुए सलमा डैम का उद्धाटन किया, इस अवसर पर उनके साथ अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी भी मौजूद थे।
सलमा डैम का उद्धाटान के बाद पीएम ने कहा कि भारत-अफगानिस्तान के लिए ऐतिहासिक मौका है। यह डैम अफगान विकास में बड़ा कदम साबित होगा। मोदी ने कहा कि हमने केवल एक परियोजना का मात्र उद्घाटन नहीं किया है जिससे आपके घरों में बत्ती जलेगी, बल्कि एक क्षेत्र को पुनर्जीवित किया है।
भारत की मदद से बने सलमा डैम पर 1437 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। 1976 में यह डैम गृहयुद्ध में तबाह हो गया था। अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में चिश्ती शरीफ के पास हरिरुद नदी पर भारत ने सलमा बांध बनवाया है। इस बांध को बनाने का फैसला जनवरी 2006 में लिया गया था। उसी साल काम शुरू हुआ। यह 107 मीटर ऊंचा, 550 मीटर लंबा और 500 मीटर चौड़ा है।