दोहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय कतर दौरे के दूसरे दिन रविवार को दोहा में भारतीय समुदाय को संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान का विकास मोदी नहीं बल्कि सवा सौ करोड़ लोगों की बदौलत हो रहा है। इसके लिए हर भारतीय थैंक्स का हकदार है। भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे तेज गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है।
पूरी दुनिया में बढ़ा भारत के लिए आकर्षण
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि कतर में रहने वाले लोग एक पल भी भारत से अलग नहीं होते। आबादी, रहन-सहन, बोलचाल इन सब मामलों में कतर की धरती पर भारत को जी रहे हैं।
भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा....
- इसे मेरी किस्मत कहिए, भारत दुनिया में सबसे तेजी से विकास रहा है।
- ऐसा लगता है जैसे सभी भारतीय कतर में इकट्ठा हुए हैं।
- भारत की छवि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर हुई है। भारत को लेकर पूरी दुनिया में जबरदस्त उत्साह है।
- आज पूरी दुनिया भारत की तरफ आकर्षित है और जिज्ञासा की नजरों से देख रही है। यहां तक कि आपने भी भारत में हो रहे बदलाव को महसूस किया होगा।
- भ्रष्टाचार रूपी दीमक से देश को मुक्ति दिलानी है।
- पूर्व सैनिकों के लिए हमने वन रैंक वन पेंशन स्कीम लागू किया। जवानों के लिए चार दशकों से अटके पड़े मुद्दों का हम समाधान कर रहे हैं।
- भारत में बदलाव नरेंद्र मोदी के कारण नहीं हुआ है बल्कि सवा सौ करोड़ भारतवासियों के चलते हुआ है।
- जब राष्ट्रीय आत्मविश्वास बढ़ता है और आपकी अंतरराष्ट्रीय छवि में बढ़ोतरी होती है तो देश के लिए कुछ कर गुजरने की इच्छा और तीव्र होती है।
- ऐसे समय में जब पूरी दुनिया में आर्थिक मंदी, हम प्रभावी रूप से विकास कर रहे हैं।
- पिछले दो साल से मॉनसून के खराब रहने के बावजूद भारत तरक्की कर रहा है।
- अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां इस बात पर सहमत हैं कि अगर कोई सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है तो वह भारत है। हमारी विकास दर ऊंची है।
- वैश्विक अर्थव्यवस्था की स्थिति भी इस समय अच्छी नहीं है, बावजूद इसके भारत तरक्की कर रहा है।
- पिछले एक वर्ष में हमने 3 करोड़ से ज्यादा परिवारों को एलपीजी गैस कनेक्शन दिए हैं।
- मुझे भष्टचार से लड़ने के लिए आपलोगों से ऊर्जा मिलती है। आपके दिलों में मेरे लिए जो प्यार है, मुझे उससे हिम्मत मिलती है।
- मैं अफगानिस्तान के हेरात गया एक बांध का उद्घाटन करने जिससे बड़ी संख्या में लोगों को बिजली मिलेगी।