नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शराब कारोबारी विजय माल्या को 18 मार्च को पेश होने के लिए सम्मन किया है। वहीं माल्या के विदेश जाने को लेकर राजनीति और गरमा गई है तथा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सहयोगी शिवसेना ने भी आज सरकार पर हमला बोलते हुए सवाल उठाया कि माल्या कैसे देश से बाहर चले गए।
इस बीच माल्या ने जोर देकर कहा है कि वह कोई फरार नहीं हुए हैं। माल्या को लेकर कांग्रेस और भाजपा में आरोप-प्रत्यारोप के बीच राज्यसभा में आज दूसरे दिन भी हंगामा जारी रहा। कांग्रेस नेता और विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने पूछा कि सीबीआई ने माल्या के खिलाफ अपने निगरानी नाटिस में पिछले साल एक महीने के दौरान ही बदलाव क्यों किया।
इस बीच, प्रवर्तन निदेशालय ने माल्या को आईडीबीआई बैंक से मिले 900 करोड़ रपए का कर्ज नहीं चुकाने से जुड़े मनीलांड्रिंग के आरोपों की जांच के सिलसिले में पूछताछ के लिए तलब किया है, जबकि किंगफिशर एयरलाइंस के मुख्य वित्त अधिकारी ए रघुनाथन से मुंबई में एजेंसी के कार्यालय में पूछताछ की गई। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि माल्या को 18 मार्च को यहां निदेशालय के जांचकर्ताओं के सामने तलब किया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘माल्या को आईडीबीआई मामले में मनी लांडिंÑग रोधक अधिनियम के प्रावधानों के तहत तलब किया गया है।’’ निदेशालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने रघुनाथ को तलब किया था और वह सुबह हमारे सामने उपस्थित हुए।’’ इस अधिकारी ने कहा, ‘‘उनसे पूछताछ महत्वपूर्ण है ताकि विभिन्न वित्तीय सौदों के संबंध में जानकारी मिल सके क्योंकि उनमें से कई रघुनाथन के व्यक्तिगत अधिकार क्षेत्र के हैं।’’