लंदन। विश्व की बड़ी मानव संसाधन फर्मों में से एक मर्सर के एक गहन सर्वे में दुनियाभर के 230 शहरों को क्वालिटी आॅफ लाइफ (जीवन की गुणवत्ता) के आधार पर आंका गया, जिसमें अव्वल स्थान पर रही आॅस्ट्रिया की राजधानी विएना और अंतिम स्थान पर रही इराक की राजधानी बगदाद।
इसमें दिलचस्प तथ्य यह उभर कर आया कि लंदन, पेरिस, न्यू यॉर्क और वॉशिंगटन जैसे शहर टॉप-35 में भी स्थान नहीं बना सके। जर्मनभाषी शहर इस सूची में ऊपर की पायदानों पर रहे। भारत सरकार के स्मार्ट शहर जब बनेंगे तब बनेंगे, फिलहाल इस लिस्ट में हैदराबाद (139) सबसे हाई रेंक्ड भारतीय शहर है।
ये हैं दुनिया के टॉप-10 शहर
1. विएना (आॅस्ट्रिया)
2. ज्यूरिक (स्विट्जरलैंड)
3. आॅकलैंड (न्यू जीलैंड)
4. म्यूनिख (जर्मनी)
5. वैंकुवर (कनाडा)
6. डसेलडोर्फ (जर्मनी)
7. फ्रैंकफर्ट (जर्मनी)
8. जिनीवा (स्विट्जरलैंड)
9. कोपेनहैगन (डेनमार्क)
10. सिडनी (आॅस्ट्रेलिया)
किस आधार पर चुने गए शहर
मर्सर क्वालिटी आॅफ लाइफ सर्वे में स्वास्थ्य सुविधाएं, शिक्षा की गुणवत्ता, आवासीय सुविधाएं और पर्यावरणीय पहलुओं जैसे पैमाने तय किए गए। इन पैमानों के आधार पर अंतरराष्ट्रीय कंपनियों से पूछा गया कि वह किन शहरों में अपने कर्मचारियों को भेजना सबसे सुरक्षित समझेंगे। सूची के टॉप-10 शहरों में सात शहर यूरोप के हैं।
भारतीय शहरों का खस्ता हाल
इस प्रतिष्ठित सर्वे में हैदराबाद के बाद भारत के पुणे (144), बेंगलुरु (145), चेन्नई (150), मुंबई (152), कोलकाता (160) और नई दिल्ली (161) को स्थान मिल सका है। इस सूची में पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद 193वीं और लाहौर 199वीं पायदान हासिल कर सके।
फोटो- आॅस्ट्रिया की राजधानी विएना