हैदराबाद। हैदराबाद यूनिवर्सिटी के दलित छात्र रोहित वेमुला की खुदकुशी का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। एक तरफ यूनिवर्सिटी के छात्र इसके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं तो दूसरी तरफ इसपर जमकर राजनीति की जा रही है। आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हैदरबाद पहुंचे और वहां प्रदर्शन कर रहे छात्रों के साथ मुलाकात की।
दलितों के साथ नहीं होने देंगे अत्याचार
छात्रों से मुलाकात करने के बाद केजरीवाल ने कहा कि दलितों के साथ हम अत्याचार नहीं होने देंगे। इस मामले पर सरकार को कार्रवाई करते हुए वीसी को निकालना चाहिए। उन्होंने कहा कि एबीवीपी के जिस छात्र ने रोहित सहित पांच छात्रों पर मारपीट का आरोप लगाया है वह गलत है। उसका ऑपेडिक्स का ऑपरेशन हुआ था। उसके साथ मारपीट नहीं की गई थी।
केजरीवाल ने कहा- हमारी मांग है कि वीसी को बाहर किया जाए, स्मृति ईरानी जी ने जो झूठ बोला उसके लिए वह देश से माफी मांगें। केजरीवाल ने प्रधानमंत्री से मांग कि दोनों मंत्रियों को बाहर करें। एफआईआर में तो दत्तात्रेय जी का नाम है, मेरी मांग है कि स्मृति ईरानी के खिलाफ भी कार्रवाई हो। एफआईआऱ के आधार पर तुंरत कार्रवाई हो, गिरफ्तारी हो। मैं मोदी जी को सलाह देना चाहता हूं, छात्रों से पंगा मत लेना।
...और पलट गया मामला
मंत्री बंडारू दत्तात्रेय पर हमला करते हुए केजरीवाल ने कहा कि इस पिक्चर में जबसे मोदी के मंत्री की इंट्री हुई मामला पलट गया। उन्होंने मामले को लेकर मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी को एक के बाद एक पत्र लिखे और छात्रों को देश विरोधी और जातिगत बताते हुई कार्रवाई करने की मांग की। केजरीवाल ने कहा कि मेरा मानना है कि जिस संगठन का निर्माण अंबेडकर के विचारों से हुआ हो वह देश विरोधी नहीं हो सकता है।
ऐसे में कार्रवाई करना सही नहीं होगा
दत्तात्रेय के पत्र का उल्लेख करते हुए केजरीवाल ने कहा कि उनके द्वारा लिखी गई चिट्ठी में जांच की बात नहीं पूछी गई। उन्होंने सीधे मंत्रालय से कार्रवाई की बात की। उन्होंने आश्चर्य जताते हुए कहा कि जब यह मुद्दा गर्म था तभी विश्वविद्यालय के वीसी बदल दिए जाते हैं और छात्रों को निलंबित कर दिया जाता है जबकि विश्वविद्यालय के रजिस्टार ने मामले की जांच के बाद कहा था कि दलित छात्रों ने एबीवीपी छात्र सुशील के साथ मारपीट नहीं की। रजिस्टार ने कहा था कि छात्र दलित और गरीब हैं ऐसे में कार्रवाई करना सही नहीं होगा।
स्मृति इरानी को शर्म आनी चाहिए
रोहित के पत्र का उल्लेख करते हुए केजरीवाल ने कहा कि रोहित ने वीसी को पत्र लिखा जिसके आधार पर कहा जा सकता है कि वह होनहार था क्योंकि उसने मैरिट के आधार पर विश्वविद्यालय में दाखिला लिया। रोहित एक होनहार छात्र था उसे सरकार को सिर आंखों पर बिठाना चाहिए था। स्मृति इरानी को उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए था लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। उन्हें शर्म आनी चाहिए। रोहित के पत्र में जहर सा रस्सी देने की बात कही गई है। रोहित के पत्र में मार्मिकता थी वह वीसी से गुहार लगा रहा था ताकि उसका भविष्य चौपट न हो।
स्मृति के बयान को केजरीवाल ने बताया शर्मनाक
स्मृति ईरानी के कल के बयान को केजरीवाल ने शर्मनाक बताया है। उन्होंने कहा कि स्मृति ने मामले को दलित वर्सेज नॉन दलित बनाने की कोशिश की। वह झूठ बोल रहीं है। यह दलित की बात नहीं है। इसमें इंसाफ मिलना चाहिए। इसे कास्ट का मुद्दा नहीं बनाना चाहिए।
सबको साथ लेकर नहीं चलना चाहती मोदी सरकार
छात्रों को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि पूरे देश की नजरें हैदराबाद पर है। पूरा देश आपके साथ है। भारत आगे बढ़ रहा है। लोग जातिवाद को लेकर आगे नहीं बढ़ रहा है सब आपके साथ है। मोदी सरकार सबको साथ लेकर नहीं चलना चाहती। वे सत्ता के लोभी हैं। वह हिंदुओं के भी नहीं हैं।