वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बुधवार को अपना अंतिम 'स्टेट ऑफ यूनियन' भाषण दिया। उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत में हिंसक घटनाओं की कड़ा विरोध जताया साथ ही अमेरिकी अर्थव्यवस्था को सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था बताया। उन्होंने दावा किया कि आतंकी संगठन आईएस मुसलमानों का प्रतिनिधित्व नहीं करता यह एक कट्टरवादी संगठन है। उन्होंने आईएस को तबाह करने का अपना वादा भी दोहराया।
बराक ओबामा ने अपने आखिरी भाषण में कहा कि इस्लामिक स्टेट से जारी लड़ाई तीसरा विश्व युद्ध नहीं है। कांग्रेस के सामने अपने आखिरी यूनियन भाषण में ओबामा ने कहा कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था को कमजोर बताना या अंतरराष्ट्रीय स्टेज पर अमेरिका के पीछे होने की बातें केवल कल्पना है। गौरतलब है कि अमेरिका में इस साल नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव होने हैं।
ओबामा ने अपने भाषण में कहा कि अमेरिका दुनिया का सबसे ताकतवर देश है। हमारी सेना इतिहास की सबसे ताकतवर आर्मी है। स्पिरिट ऑफ डिस्कवरी हमारे डीएनए में हैं और थॉमस एडिसन, राइट ब्रदर्स और जॉर्ज वॉशिंगटन इसके उदाहरण हैं। बंदूक कानून का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा कि वे इस साल इमीग्रेशन, गन वॉयलेंस, समान भुगतान और न्यूनतम वेतन का मुद्दा उठाएंगे। मुझे उम्मीद है कि इस साल हम क्रिमिनल जस्टिस रिफॉर्म पर मिलकर काम करेंगे। बंदूक हिंसा से हमारे बच्चों को बचाने के लिए मैं लड़ता रहूंगा।
ओबामा ने कहा कि जब कहीं आतंकी हमला होता है तो जान बचाना हमारी प्राथमिकता होती है। हर बड़े मुद्दे पर दुनिया मॉस्को या बीजिंग की तरफ नहीं बल्कि अमेरिका की ओर देखती है। अब समय आ गया है कि बिना भेदभाव के सारे देश आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक साथ चलें। उन्होंने कहा कि मैं बदलाव में यकीन करता हूं क्योंकि मैं आप में विश्वास करता हूं। अब से ठीक एक साल बाद मैं आम अमेरिकी नागरिक बन जाऊंगा।