न्यू यॉर्क। फोर्ब्स की 30 साल से कम आयु के सफल व्यक्तियों की वार्षिक सूची में 45 भारतीय या भारतवंशी लोग शामिल हैं, जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में बिल्कुल नई परिस्थितियां तैयार की हैं। ‘30 अंडर-30’ नामक इस सूची में 600 पुरुष-महिलाएं शामिल हैं, जो अमेरिका के सबसे महत्वपूर्ण युवा उद्यमी, रचनात्मक नेतृत्वकर्ता और चमकते सितारे हैं। ये उद्यमी उपभोक्ता प्रौद्योगिकी, शिक्षा, मीडिया, विनिर्मााण एवं उद्योग, कानून एवं नीति, सामाजिक उद्यमी, विज्ञान और कला जैसे क्षेत्रों से जुड़े हैं।
कम उम्र आजकल बाधा नहीं मानी जाती
इस सूची में शामिल लोगों के बारे में फोर्ब्स का कहना है, ‘पहले पेशेवर सफलता के लिए युवावस्था बाधा मानी जाती थी। ज्यादा उम्र का अर्थ था ज्यादा संसाधन, ज्यादा ज्ञान, ज्यादा पैसा। अब ऐसा नहीं है। जो प्रौद्योगिकी के दौर में बड़े हुए हैं, उनकी महत्वाकांक्षाएं बड़ी हैं... वे उस गतिशील, उद्यमशील और बेताब डिजिटल दुनिया के लिए बिल्कुल उपयुक्त है, जिसमें वे बड़े हुए हैं।’
ये रहे कुछ प्रमुख सफल भारतीय
उपभोक्ता प्रौद्योगिकी खंड में आयोग रूम्स के रितेश अग्रवाल (22), मोबाइल एप्लीकेशन और स्प्रिग के गगन बियाणी व नीरज बेरी, एल्फाबेट के गूगल एक्स से संबद्ध करिश्मा शाह (25), मनोरंजन क्षेत्र से जुड़ी कनाडाई नागरिक लिली सिंह (27) शामिल हैं। अन्य सफल भारतवंशियों में सिटी ग्रुप की उपाध्यक्ष नीला दास, वाइकिंग ग्लोबल इन्वेस्टर में निवेशक विश्लेषक दिव्या नेट्टिमी (29), हेज फंड मिलेनियम मैनेजमेंट में वरिष्ठ विश्लेषक विकास पटेल, कैक्सटन एसोसिएट्स में निवेश विश्लेषक नील राय (29) के अलावा उद्यम पूंजी खंड में विशाल लुगानी और 27 वर्षीय अमित मुखर्जी के नाम हैं।
फोटो- गूगल एक्स की करिश्मा शाह।