नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अचानक काबुल से लाहौर जाकर दुनिया को चौंका दिया था। अब पता चला है कि यह दौरा बाकायदा पाकिस्तान सरकार की ओर से सुरक्षा का भरोसा दिए जाने के बाद तय हुआ था। यह पहले ही तय हो गया था कि लाहौर हवाई अड्डे पर उतरने के बाद मोदी अपने पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ के हेलीकॉप्टर में उनके साथ ही जट्टी उमरा जाएंगे।
एक मीडिया रिपोर्ट ने यह दावा किया है कि लाहौर से जट्टी उमरा जाते समय भारतीय एजेंसियों को भरोसा दिलाने के लिए पाकिस्तान ने फैसला किया था कि नवाज शरीफ मोदी के साथ एक ही हेलिकॉप्टर में बैठ कर सफर करेंगे।
बताया जा रहा है कि शरीफ ने मोदी से कहा था कि वे उन्हें रिसीव करने लाहौर एयरपोर्ट आएंगे। इसके बाद दोनों पीएम एक ही हेलिकॉप्टर में रवाना हुए। यह हेलिकॉप्टर पाकिस्तान एयरफोर्स का था। जानकारी के मुताबिक मोदी के साथ नवाज का एक ही हेलिकॉप्टर में होना सुरक्षा की गारंटी था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अचानक दौरे को लेकर भारतीय वायु सेना के अफसर चिंतित थे। जानकारी के मुताबिक 1965 की जंग के वक्त एयरफोर्स के प्लेन ने लाहौर से सटे इलाकों में बमबारी की थी और वहीं से मोदी का विमान उडऩा था। लाहौर एयरपोर्ट से जट्टी उमरा की 45 किलोमीटर की दूरी को लेकर भी सुरक्षा एजेंसियां चिंतित थीं।