बेंगलुरु। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी गगनयान परियोजना को समय पर पूरा करने के लिए इसरो ने कमर कस ली है। इस मानवयुक्त अंतरिक्ष उड़ान के लिए 2022 के शुरुआती महीने का लक्ष्य निर्धारित है। गगनयान की उड़ान से ठीक पहले इसरो अपने हाफ ह्यूमनायड 'व्योममित्र' को अंतरिक्ष में भेजेगा और वहां पर मानव शरीर के क्रियाकलापों का अध्ययन करेगा। इसरो अपने मिशन मून में 12 अंतरिक्ष यात्रियों को भेजेगा, जिनमें से चार का चयन कर लिया गया है. इनका इसी माह के अंत तक रूस में प्रशिक्षण शुरु हो जाएगा।
इसरो द्वारा पेश किया गया 'हाफ ह्यूमनॉइड' (इंसानी) रोबॉट अंतरिक्ष से इसरो को अपनी रिपोर्ट भेजेगा। इसरो ने बुधवार को व्योमित्र को दुनिया के सामने पेश किया और इसकी खूबियों के बारे में जानकारी दी। इसरो के वैज्ञानिक सैम दयाल ने मीडिया से बातचीत में कहा व्योममित्र अंतरिक्ष में एक मानव शरीर के क्रियाकलापों का अध्ययन करेगा और हमारे पास रिपोर्ट भेजेगा। हम इसे एक परीक्षण के रूप में अंजाम दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि 'व्योममित्र' अपने आप में बेहद खास रोबॉट है।