संयुक्त राष्ट्र। अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन ‘मून राइट वाच (एचआरडब्लू) ने अपनी एक रिपोर्ट में चीन के मानवाधिकार से संबंधित मामलों को लेकर आलोचना की गयी है हालांकि संयुक्त राष्ट्र में चीन के स्थायी मिशन ने इसे भ्रामक और पक्षतापूर्ण बताया है। एचआरडब्लू ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र में पेश किए मानवाधिकार की रिपोर्ट में विभिन्न देशों के मानवाधिकार की स्थिति की आलोचना की है जिसमें चीन के लिए सबसे तीखा आकलन पेश किया है।
चीन के संयुक्त राष्ट्र मिशन ने इस रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है, यह रिपोर्ट मानवाधिकार के मुद्दों का राजनीतिकरण कर रही है और इसमें तथ्यों और सही जानकारियों की जगह ढेर सारी भ्रामक जानकारियां हैं जो कई देशों पर मानवाधिकार के मुद्दे पर आधारहीन आरोप लगाती है, जिसमें चीन भी शामिल है। यह रिपोर्ट पूरी तरह से पक्षपातपूर्ण और दोहरे मापदंडों वाला है।
चीन इसे पूरी तरह खारिज करता है।’’ मिशन ने कहा, हमने प्राथमिक स्तर पर दुनिया की सबसे बड़ी शिक्षा प्रणाली, सामाजिक सुरक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और लोकतंत्र की स्थापना की है। हमारी 96 लाख वर्ग किलोमीटर जमीन पर न कोई युद्ध हो रहा और न ही कोई आतंकवादी गतिविधियां हो रही हैं और लगभग एक अरब 40 करोड़ चीनी लोग शांति, स्वतंत्रता और खुशहाली के साथ जीवन यापन कर रहे हैं। यह मानवाधिकार का सबसे बड़ा विकास है।