वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के ‘जंगमबाड़ी मठ’ में 16 फरवरी को होने वाले ‘वीरशैव महाकुंभ’ समारोह में शामिल हो सकते हैं। मठ के महंत जगदगुरु डॉ चंद्रशेखर शिवाचार्य महास्वामी ने मंगलवार को संवाददाताओं को बताया कि ‘ज्ञानसिंहासन पीठ’ की स्थापना के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में मठ में 15 जनवरी से 21 फरवरी तक विभिन्न प्रकार के धार्मिक आयोजन किये जाएंगे। इसी दौरान श्री मोदी 16 फरवरी को यहां आएंगे तथा 19 भाषाओं में अनुवादित ‘सिद्धांतशिखमणि’ नामक पवित्र ग्रंथ का लोकार्पण एवं इससे संबंधित एक मोबाइल ऐप की शुरुआत करेंगे। गत वर्ष 26 नवंबर को नई दिल्ली में उन्होंने खुद मोदी को निमंत्रण पत्र दिया था तथा उन्होंने समारोह में आने का वादा किया था।
जगदगुरु बताया प्रधानमंत्री मोदी के साथ कर्नाटक के मुख्यमंत्री वीएस यदुरप्पा और रेल राज्यमंत्री सुरेश अगड़ी समेत दक्षिणी राज्य के अनेक मंत्रियों के अलावा देश-विदेश के अनेक गणमान्य लोग के समारोह में शामिल होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 18 फरवरी को समारोह में शामिल होने का कार्यक्रम है। समारोह के दौरान वीरशैव संप्रदाय का अधिवेश भी होगा, जिसमें विभिन्न संप्रदाय एवं धर्म से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श किया जाएगा। आठ फरवरी को मराठी वीरशैव साहित्य सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। जगदगुरु ने बताया कि वीरशैव धर्म शिवभक्ति परंपरा से बंधा हुआ है तथा यह दक्षिण भारत में बहुत लोकप्रिय है। कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, केरल, तेलंगाना और तमिलनाडु में इस धर्म के बड़ी संख्या में उपासक हैं।