नई दिल्ली। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने बालकों के समग्र विकास की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए मंगलवार को कहा कि दत्तक ग्रहण प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए सभी पक्षों को एकजुटता के साथ काम करना चाहिए। ईरानी ने यहां केंद्रीय दत्तक स्रोत प्राधिकरण (कारा) के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कि दत्तक प्रक्रिया केवल किसी बच्चे को गोद लेना नहीं है बल्कि पूरी कानूनी प्रक्रिया है जिसमें बच्चे के हितों को सुरक्षित किया जाता है।
उन्होंने कहा कि बहुत सारे अभिभावक बच्चों को गोद लेना चाहते हैं लेकिन प्रक्रियागत बाधाओं के कारण यह संभव नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि देश में छोड़े गये और अनाथ बच्चों की संख्या के मुकाबले गोद लेने के इच्छुक अभिभावकों की संख्या अधिक है। ईरानी ने कहा कि सभी पक्षकारों को संबंधित वार्ताओं को तेजी से चलाना चाहिए जिससे बच्चों के हित सुरक्षित हो सके। उन्होंने कहा कि सरकार सभी बालकों के समग्र विकास के प्रतिबद्ध है। कार्यक्रम में सभी राज्यों और केंद्र शासित केंद्रों के अधिकारियों और पक्षकारों ने हिस्सा लिया।