नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के वीर सावरकर पर बयान के बाद महाराष्ट्र में फिर से सियासी घमासान मचा हुआ है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने स्पष्ट कर दिया है कि महाअघाड़ी में पार्टियों के बीच समझौता विचारधारा पर नहीं, सिर्फ कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के आधार पर हुआ है। उधर, केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने कहा कि महाराष्ट्र में ये दो महीने भूकंप वाले हैं। एकबार देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार का भूकंप हो गया, उसके बाद उद्धव ठाकरे का हुआ और अभी कैसा भूकंप होता है हम देखेंगे। कोई न कोई भूकंप होने की संभावना है।
दरअसल, नागरिकता संशोधन बिल पर शिवसेना का लोकसभा में समर्थन करने के मसले और सावरकर को लेकर राहुल गांधी के बयान को लेकर कांग्रेस-शिवसेना आमने-सामने है। ऐसे में अटकलें लगाई जा रही हैं कि शिवसेना और कांग्रेस में अनबन की स्थिती है। इससे पहले शिवसेना के मनोहर जोशी ने भी बड़ा बयान दिया था कि शिवसेना और बीजेपी दोनों फिर से साथ आ सकते हैं।