नई दिल्ली। पूरा देश जहां एक ओर पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के निधन से शोक में डूबा हुआ है, वहीं उनके बाद इस पद पर काबिज होने वाली देश की पहली महिला राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल एक बार फिर विवादों में हैं। इस बार विवाद उनकी उस मांग पर है, जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार से र्इंधन बिल भरने, सरकारी गाड़ी मुहैया कराने और साथ ही प्राइवेट गाड़ी का इस्तेमाल करने की भी अनुमति देने को कहा है।
ये है नियम
नियमानुसार पूर्व राष्ट्रपति अपनी गाड़ी काम में लेते हैं तो ईधन भत्ता ले सकते हैं और अगर ऐसा नहीं करते हैं तो सरकारी गाड़ी इस्तेमाल कर सकते हैं।
पहली गाड़ी नहीं आई पसंद
मामले की शुरुआत पाटिल से पहली आधिकारिक गाड़ी को वापस लेने से हुई, क्योंकि यह गाड़ी उन्हें पसंद नहीं आई थी। इसके बाद पूर्व राष्ट्रपति ने बड़ी गाड़ी मांगी, लेकिन इसकी अनुमति नहीं मिली, तो उन्होंने र्इंधन भत्ता मांगा।
पहले भी उठे हैं विवाद
प्रतिभा पाटिल का नाम विवादों में पहली बार नहीं आया है। जब वह राष्ट्रपति थीं तो उनके बेटे और पूर्व विधायक पर भी ऐसे आरोप लग चुके हैं। वहीं उनके भाई का नाम एक कथित हत्या में आया था। जब उन्होंने पद छोड़ा तो उन पर राष्ट्रपति के रूप में मिलने वाले उपहारों को अपने साथ ले जाने का आरोप लगा। सूचना के अधिकार के तहत खुलासा हुआ कि वे इन उपहारों को अपने साथ अपने गृह नगर अमरावती ले गर्इं। बाद में उन्हें यह सब गिफ्ट वापस करने पड़े।