नई दिल्ली। मुंबई हमलों के आरोपियों में सबसे ज्यादा पढ़े-लिखे गुनहगार याकूब मेमन से जुड़ी वो 9 वजहें, जिनके कारण याकूब फंसता चला गया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, याकूब ने अपनी बेटी से मिलने के लिए आखिरी इच्छा जाहिर की थी। जिसके बाद जेल प्रशासन ने याकूब की बेटी से बात कराई थी। उसे विश्वास हो चला है कि उसकी फांसी तकरीबन अब होने वाली है।
1) याकूब मेमन वर्ष 1993 के मुंबई हमले के अन्य आरोपी टाइगर मेमन का भाई है और वह मुंबई धमाकों के बाद परिवार के साथ देश से फरार हो गया था।
2) याकूब मेमन ने मुंबई हमलों की साजिश टाइगर मेमन और दाऊद इब्राहिम के साथ मिलकर की थी।
3) इस हमले के लिए पैसे हवाले के जरिए इकट्ठा किए गए थे, जिसमें याकूब ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
4) याकूब मेमन ने इस हमले के लिए तैयार किए गए आतंकियों को पाकिस्तान में ट्रेनिंग दिलाने के लिए टिकटों की व्यवस्था की थी।
5) याकूब मेमन ने साजिश को अंजाम देने के लिए एक दूसरे दोषी को 85 ग्रेनेड भी मुहैया कराए थे।
6) मुंबई धमाके में इस्तेमाल सभी धमाकों में इस्तेमाल किए गए 12 बम याकूब के घर पर ही बनाए गए थे।
7) याकूब के घर से ही घटना के दिन धमाकों के लिए विस्फोटक भेजा गया था।
8) याकूब मेमन को वर्ष 1994 में भारतीय एजेंसियों ने दिल्ली से गिरफ्तार किया, जबकि याकूब का दावा है कि उसने सरेंडर किया।
9) वर्ष 1994 में दिए एक साक्षात्कार के दौरान याकूब ने बम धमाकों में अपनी भूमिका स्वीकार की थी। उसने यह भी दावा किया था कि दाऊद, टाइगर और दूसरे आरोपी पाकिस्तान में छिपे हैं।