कोहिमा। असम राइफल्स के जवानों ने सोमवार को नागालैंड में मोन जिले के पुराने और नये चेनलोइशो गांव के बीच स्थित अपने शिविर पर नेशनल सोशलिस्ट ऑफ नागालैंड-खापलांग (युंग आंग गुट) के हमले की कोशिश को विफल कर दिया। एनएससीएन-के (वाईए) के सदस्यों ने आज तड़के लगभग सवा दो बजे असम राइफल्स के शिविर पर हमला कर दिया। इसके बाद असम राइफल्स के जवानों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए हमलावरों को खदेड़ दिया और हमले को विफल कर दिया।
रक्षा विभाग के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल सुमित शर्मा ने बयान जारी कर बताया कि अंतिम दौर पर चल रही नागा शांति प्रक्रिया को बाधित करने के लिए एनएससीएन-के (वाईए) के उग्रवादियों ने भारत-म्यांमार सीमा के पास नागालैंड में मोन जिले के चेन क्षेत्र में स्थित शिविर पर आज तड़के हमला किया। उन्होंने बताया कि असम राइफल्स के सतर्क जवानों ने तत्काल जवाबी कार्रवाई करते हुए हमले को विफल कर दिया। जवानों की कार्रवाई के बाद उपद्रवी तत्काल वहां से भाग निकले।
असम राइफल्स के जवानों ने उपद्रवियों को पकड़ने के लिए आसपास के क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर तलाश अभियान शुरू किया है। उन्होंने कहा कि एनएससीएन-के (वाईए) की यह कार्रवाई उनकी हताशा को दर्शाता है। संगठन राज्य में अशांति फैलाने की कोशिशों में विफल रहने और एस.एस. मेजर जनरल यांगहंग उर्फ मोपा और एस.एस. किलोनसर (मंत्री) इमी ए.ओ. जैसे शीर्ष नेताओं की गिरफ्तारी के कारण बौखला गया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि भारत-म्यांमार अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास स्थित असम राइफल्स की 40वीं बटालियन के शिविर पर तड़के लगभग 2:10 बजे गोलीबारी हुई।
गोलीबारी की आवाज लगभग पांच मिनट तक सुनायी दी। सूत्रों ने बताया कि हमलावरों के युंग आंग के नेतृत्ववाले एनएससीएन-के सदस्य होने की आशंका है। हमलावरों ने चेन क्षेत्र के चेनलोइशो गांव में स्थित असम राइफल्स के शिविर पर छोटे हथियारों से गोलीबारी की। असम राइफल्स के जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की और दोनों ओर से लगभग पांच मिनट तक गोलीबारी हुई। इस दौरान मोर्टारों तथा रॉकेट लांचरों का भी इस्तेमाल किया गया।