ढाका। बंगलादेश के विदेश मंत्री डॉक्टर अब्दुल मोमेन ने जर्मनी के अपने समकक्ष हिको मास से मुलाकात करके उनसे रोहिंग्या मुस्लिमों को वापस भेजने के लिए म्यांमार पर दबाव डालने का आग्रह किया है। मास के साथ द्विपक्षीय बैठक में मोमेन ने बंगलादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के 74वें संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में चार सूत्रीय प्रस्ताव को संदर्भित किया और जर्मनी सरकार तथा अंतरराष्ट्रीय समुदाय से रोहिंग्याओं की म्यांमार में सुरक्षित वापसी सुनश्चित करने का आग्रह किया। बैठक के दौरान मोमेन ने जर्मनी के व्यापारियों से बंगलादेश में निवेश करने का भी आग्रह किया। दोनों नेताओं के बीच बैठक में द्विपक्षीय रिश्तों के बारे में चर्चा हुई। जर्मनी और बंगलादेश के बीच मजबूत व्यापारिक रिश्तों पर विस्तार से चर्चा की गयी जिसमें जर्मन कंपनी वेरिडोस द्वारा ई-पासपोर्ट का क्रियान्वयन और ऊर्जा क्षेत्र में सीमेन्स का सहयोग शामिल है।
वैश्विक मुद्दे पर आपसी हित के बारे में चर्चा होने के दौरान मोमेन ने संयुक्त राष्ट्र में बंगलादेश द्वारा शांति संकल्प के बारे में चर्चा की और कहा कि शांति से ही संकट से बचा जा सकता है। जर्मनी के विदेश मंत्री ने बंगलादेश द्वारा रोहिंग्या मुस्लिमों को मानवता के आधार पर पनाह देने के लिए उसकी सराहना की। उन्होंने इसके साथ ही बंगलादेश के आर्थिक और सामाजिक विकास को भी सराहा और पर्यावरण परिवर्तन पर बंगलादेश का समर्थन करने का भी आश्वासन दिया। इससे पहले बंगलादेश के विदेश मंत्री ने जर्मनी के आर्थिक सहयोग और विकास मंत्री मोमेन से मुलाकात की। बैठक के दौरान श्री मोमेन ने जर्मनी द्वारा बंगलादेश को ग्रामीण विकास, प्राथमिक शिक्षा, निजी क्षेत्र में विकास तथा अन्य क्षेत्रों में दी गयी मदद की सराहना की।
बंगलादेश के रेडीमेड कपड़ों की फैक्ट्री को सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल बताते हुए कहा कि बंगलादेश ने श्रम सुरक्षा और अधिकार के मुद्दे पर जबरदस्त विकास किया है। बंगलादेश परिधान निर्माता और निर्यातक संघ (बीजीएमईए) के अध्यक्ष डॉक्टर रुबाना हक भी इस बैठक में शामिल थीं। उन्होंने बंगलादेश आरएमजी के जर्मनी सरकार के पर्यावरण और सामाजिक रूप से कपड़ा उत्पाद ग्रीन बटन परियोजना के साथ जुड़ने पर भी सहमति जतायी। बंगलादेश के विदेश मंत्री मोमेन ने जर्मनी के प्रसिद्ध अनसंधान संस्थान फ्रेडेरिक-एबर्ट-स्टिफटंग (एफईएस) के महासचिव डॉक्टर रॉलैंड सैचमिट से भी मुलाकात की। बैठक के दौरान मोमेन ने एफईएस के बंगलादेश में श्रम आंदोलन, अर्थव्यवस्था और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में किए गए कार्यों की तारीफ की।