चेन्नई। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ होने वाली दूसरी अनौपचारिक बैठक के लिए शनिवार सुबह यहां से महाबलीपुरम रवाना हो गये। भारत के दो दिवसीय यात्रा पर शनिवार को यहां पहुंचे जिनपिंग के साथ चीन का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी है जो मोदी एवं उनके प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात करेगा। जिनपिंग पूर्व निर्धारित कार्यक्रम से आधे घंटे की देरी से यहां आईटीसी ग्रैंड चोला होटल से करीब 55 किलोमीटर दूर महाबलीपुरम के लिए निकले। देरी की वजह कल रात दोनों नेता के बीच हुए रात्रिभोज के बाद चली 150 मिनट की बैठक को बताया जा रहा है। दोनों ही नेताओं के बीच होने वाली अनौपचारिक बैठक के दौरान करीब एक घंटे तक आपसी चर्चा होनी है। इसके बाद दोनों देशों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत होनी है।
विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि सर्वमोदी और जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय व्यापार, क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मसलों पर विचार विमर्श होगा। जिनपिंग का महाबलीपुरम मार्ग पर स्थानीय लोगों ने शानदार स्वागत किया। विभिन्न मंडलों ने राज्य के मयिलाट्टम, ओयिलट्टम, नागास्वरम, थविल और अन्य सांस्कृतिक और लोक कलाओं का प्रदर्शन किया। भारतीय और चीनी झंडे पकड़े हुए बड़ी संख्या में लोगों ने मार्ग के दोनों ओर काफी देर तक खड़े रहकर चीनी राष्ट्रपति का अभिवादन किया। जिनपिंग ने शुक्रवार को भी महाबलीपुरम का दौरा किया था जहां मोदी ने एक गाईड की भूमिका निभाते हुए उन्हें महाभारत काल के पांचों पांडवों के रथों एवं एक ग्रेनाइट पत्थर पर उकेरे हुए अर्जुन की तपस्या करता चित्र, शिवलिंग आदि के दर्शन कराये। बाद में मोदी ने रात्रिभोज की मेजबानी की।