नई दिल्ली। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा है कि भारत और मंगोलिया सिर्फ ‘रणनीतिक साझेदार’ ही नहीं, बल्कि साझा बौद्ध विरासत से जुड़े ‘आध्यात्मिक पड़ोसी’ भी हैं। कोविंद ने मंगोलिया के राष्ट्रपति खाल्तमागिन बटुल्गा के सम्मान में आयोजित भोज के मौके कहा, ‘‘दोनों लोगों के बीच सदियों पुराने आपसी संबंद्ध हमारे आधार हैं। भारत के बौद्ध भिक्षु और व्यापारी शांति, सद्भाव और मित्रता के संदेश के साथ मंगोलिया गए और इसी तरह से मंगोलिया के विद्वान और तीर्थ यात्री बुद्ध की शिक्षाओं का अध्ययन करने और आध्यात्मिक आशीर्वाद हासिल करने के लिए भारत आये। यह परंपरा आज भी जारी है। भारत में मौजूदा समय में लगभग आठ सौ मंगोलियाई छात्र बुद्ध की शिक्षाओं का अध्ययन कर रहे हैं।’’उन्होंने कहा कि भारत मंगोलिया की सरकार और वहां के लोगों के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि दोनों देशों के लोगों की समृद्धि के लिए हमारे कूटनीति साझेदारी को और मजबूत तथा विस्तारित किया जा सके। राष्ट्रपति ने इस दौरान कहा कि बटुल्गा आपका भारत में स्वागत है। गत 10 वर्षों में मंगोलिया के किसी भी राष्ट्रपति का यह पहला भारत दौरा है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत मंगोलिया के साथ अपने घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंधों को बहुत महत्व देता है। हम न केवल ‘रणनीतिक साझेदार’ हैं, बल्कि हम साझा बौद्ध विरासत से जुड़े ‘आध्यात्मिक पड़ोसी’ भी हैं।