नई दिल्ली। दलित और पिछड़े वर्गों के आरक्षण के मसले पर चर्चा कराने के राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ(आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत की वकालत को लेकर उत्पन्न राजनीतिक गतिरोध के बीच भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने रविवार को स्पष्ट किया कि जब तक नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री रहेंगे तब तक आरक्षण लागू रहेगा। भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने यहां कहा,‘‘ आरक्षण जारी रहेगा ,आरक्षण कभी खत्म नहीं होगा।’’ उन्होंने कहा कि मोदी ने यह स्पष्ट रुप से साफ किया है कि आरक्षण लागू रहेगा। उन्होंने कहा,‘‘ जब तक मोदी प्रधानमंत्री हैं तब तक आरक्षण को खत्म करना नामुमकिन है। इसलिए मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि इस मुद्दे पर बहस और चर्चा हो सकती लेकिन इसे रोकने अथवा समाप्त करने का प्रश्न ही उठता। चर्चा और बहस कराने का मतलब किसी चीज को खत्म करना नहीं होता है।’’ पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा,‘‘ आरक्षण पर चर्चा कराने का यह फायदा होगा कि यह गरीब वर्ग के एक तबके और उच्च वर्ग के जरुरतमंद लोगों तक पहुंच पाएगा।’’
उल्लेखनीय है कि भागवत कुछ वर्षों से यदा-कदा आरक्षण के मुद्दे पर सार्वजनिक रुप से बयान दे रहे हैं। उन्होंने वर्ष 2015 में बिहार विधान सभा चुनावों के दौरान आरक्षण की समीक्षा करने की बात कही थी और माना जा रहा है कि उनके इस बयान के कारण इस चुनाव में भाजपा को मात्र 53 सीटों मिली थीं। भागवत ने पिछले साल मध्य प्रदेश के इंदौर में एक कार्यक्रम में कहा था कि वह संविधान द्वारा प्रदत आरक्षण का समर्थन करते हैं लेकिन लाभार्थियों को यह निर्णय लेना चाहिए कि इसे कब तक लागू रहना चाहिए। माना जा रहा है कि उच्च वर्गों की नाराजगी के कारण भाजपा को पिछले साल मध्य प्रदेश ,राजस्थान और छत्तीसगढ विधान सभा चुनावों में हार का मुंह देखना पड़ा था। भागवत ने कल एक कार्यक्रम में कहा था कि आरक्षण के समर्थकों और इसके विरोधियों के बीच सौहार्दपूर्ण माहौल में चर्चा होनी चाहिए। कांग्रेस ने श्री भागवत को आड़े हाथों लेते हुए सोमवार को आरोप लगाया कि यह दलितों और पिछड़े वर्गों के आरक्षण को समाप्त करने की संघ और भारतीय जनता पार्टी की सुनियोजित चाल है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि भाजपा नीत सरकार के कार्यकाल में दलितों और आदिवासियों के खिलाफ अत्याचार की घटनायें छुपी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि संघ और भाजपा विवादित बयानों के जरिये लोगों को वास्तविक मुद्दों से भटकाने का प्रयास कर रही हैं। खेड़ा ने कहा, ‘‘भाजपा के फैसलों के पीछे एक मात्र उद्देश्य लोगों को असली मुद्दों से भटकाये रखना है। अनुसूचित जनजातियों और दलितों के खिलाफ अत्याचार की घटनाएं कोई छुपी नहीं हैं।