नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि सरकार नये संसद भवन के प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार कर रही है । मोदी ने यहां नॉर्थ ब्लॉक में सांसदों के डुप्लैक्स फ्लैट के उद्घाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि पिछले संसद सत्र के समाप्त होने के पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने नये संसद भवन के निर्माण का अनुरोध किया था। पिछले पांच साल से सांसद और पत्रकार भी नये संसद भवन के लिए पूछते रहे हैं । उन्होंने कहा कि सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है और इस काम में अधिकारियों को लगाया गया है। अधिकारी दिमाग लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि समय बहुत कम है, इसके बावजूद आजादी के 75वें साल में नये संसद भवन के निर्माण का कार्य शुरू होता तो बहुत अच्छा होता ।
प्रधानमंत्री ने कहा कि संसद के पिछले सत्र के दौरान बहुत अच्छा कामकाज हुआ इसका श्रेय सभी राजनीतिक दलों और उनके सांसदों को जाता है। मोदी ने निर्धारित बजट और कम समय में विभागीय स्तर पर डुप्लैक्स फ्लैट के निर्माण के लिए उसकी सराहना करते हुए कहा कि आम तौर पर सरकारी काम देर से होता है। उन्होंने कहा कि आमतौर पर सांसद को एक कमरे की जरूरत होती है, लेकिन सार्वजनिक जीवन में काम करने वाले लोग बड़ी संख्या में क्षेत्र से यहां आने वाले लोगों को वह ठहराने से नकार नहीं सकते। सांसद जिन भवनों में रहते हैं, वे काफी पुराने हो गये हैं और उनमें मरम्मत का काम लगा ही रहता है, जिससे उसमें रहने वाले और व्यवस्था उपलब्ध कराने वाले को असुविधा होती है । उन्होंने कहा कि आमतौर पर यही अनुभव रहा है कि संसद के चुनाव के बाद सांसदों को जल्दी आवास नहीं मिल पाता है और उन्हें लम्बे समय तक होटलों में रहना पड़ता है।