नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज गुरूग्राम स्थित नौसेना के आई मैक सेंटर का दौरा कर समुद्री निगरानी प्रणाली की समीक्षा की। नौसेना गुरूग्राम स्थित इन्फोरमेशन मैनेजमेंट एंड एनालिसिस सेंटर (आई मैक) तथा इन्फोरमेशन फ्यूजन सेंटर- इंडियन ओशियन रीजन (आईएफसी-आईओआर) में लगी निगरानी प्रणाली के माध्यम से समूचे हिन्द महासागर में समुद्री जहाजों के आवागमन और अन्य गतिविधियों पर नजर रख रही है। नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें इस निगरानी प्रणाली के बारे में जानकारी दी। रक्षा मंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मिलकर इसकी समीक्षा की। राष्ट्रीय सामुद्रिक क्षेत्र सजगता (एनएमडीए) परियोजना के तहत इन दोनों केन्द्रों की क्षमता बढाये जाने पर भी इस दौरान चर्चा की गयी।
एनएमडीए परियोजना को ‘सागर’ संबंधी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप शुरू किया गया है। आईमैक हर साल हिंद महासागर से गुजरने वाले 120,000 से अधिक जहाजों के आवागमन पर नजर रखता है। इन जहाजों में ले जाए जाने वाले सामान में 66 प्रतिशत कच्चा तेल, 50 प्रतिशत अन्य माल और 33 प्रतिशत थोक सामान होता है। इस तरह यह सेंटर नौवहन सूचना और यातायात विश्लेषण के आंकड़े जमा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। रक्षा मंत्री को आईएफसी-आईओआर के विषय में भी जानकारी दी गई। यह केंद्र भागीदार राष्ट्रों और बहुराष्ट्रीय सामुद्रिक एजेंसियों के सहयोग से भारतीय नौसेना ने शुरू किया है, ताकि समुद्री क्षेत्र में सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। केंद्र इन देशों के अंतर्राष्ट्रीय संपर्क अधिकारियों की एक बैठक भी बुलाएगा।