वाशिंगटन। अमेरिका ने हिरासत में लिये गये ईरान के एक तेल टैंकर को जब्त करने के लिए वारंट जारी किया है। अमेरिका की आपत्ति को अमान्य करते हुए ब्रिटेन के उपनिवेश जिब्राल्टर की सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को ईरान के सुपर टैंकर ‘ग्रेस वन’को छोड़ने का आदेश दिया था। मीडिया ने शनिवार को यह जानकारी दी। सूत्रों के अनुसार, ‘‘सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश के दूसरे दिन शुक्रवार को अमेरिकी न्याय विभाग ने तेल टैंकर को जब्त किये जाने के लिए वारंट जारी किया।’’ इक्कीस लाख बैरल तेल ले जा रहे ग्रेस-1 सुपरटैंकर को चार जुलाई को सीरिया में अवैध रूप से तेल ट्रांसपोर्ट करने के संदेह में हिरासत में लिया गया था।
रिपोर्टों के अनुसार,‘‘इस टैंकर को ब्रिटिश नौसेना के कमांडो ने चार जुलाई को जिब्राल्टर के करीब कब्जे में लिया था। इस पर कच्चा तेल लेकर सीरिया के रास्ते पर जाने का आरोप था। सीरिया से कारोबार पर लगे प्रतिबंधों के कारण इसे अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन माना गया था जबकि ईरान ने कहा था कि टैंकर में भरा तेल सीरिया नहीं भेजा जा रहा था।’’ उल्लेखनीय है कि ग्रेस वन के हिरासत में लिए जाने की प्रतिक्रिया में ईरान ने 19 जुलाई को होरमुज लजडमरुमध्य में ब्रिटेन के झंडे वाले तेल टैंकर ‘स्टेना इम्परो’को जब्त कर लिया था। ईरान ने इस टैंकर पर अंतरराष्ट्रीय जल सीमा का उल्लंघन करने का आरोप लगाया था।