नई दिल्ली। जांबिया के राष्ट्रपति एडगर चाग्वा लुंगु राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के निमंत्रण पर 20 अगस्त से भारत के तीन दिवसीय दौरे पर यहां आयेंगे। इससे पहले कोविंद ने अप्रैल में जांबिया का दौरा किया था तथा लुंगु को भारत आने का न्यौता दिया था। लुंगु के साथ एक उच्चस्तरीय प्रतिनिमंडल भी आएगा जिसमें विदेश मंत्री जोसेफ मलांजी, वाणिज्य एवं व्यापार मंत्री क्रिस्टोफर यालुमा, खान एवं खनिज मंत्री रिचर्ड मुसुक्वा, राष्ट्रपति मामलों के मंत्री फ्रीछम सिकाजवे तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल रहेंगे। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा,‘‘रक्षा, सुरक्षा, आर्थिक, व्यापार, निवेश संबंध, विकास साझेदारी और क्षमता निर्माण में अफ्रीका के साथ हमारे समग्र संबंध सर्वकालिक उच्च स्तर पर हैं।’’ बयान के मुताबिक लुंगु के आधिकारिक कार्यक्रम में राष्ट्रपति भवन में एक औपचारिक स्वागत समारोह, राजघाट का दौरा तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता शामिल है।
दोनों देशों के बीच होने वाली द्विपक्षीय वार्ता से द्विपक्षीय संबंधों की संपूर्ण समीक्षा की जाएगी। साथ ही दोनों पक्षों के बीच द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय हित के मुद्दों पर भी विचार होने की उम्मीद है। बयान में कहा गया है कि भारत और जाम्बिया के बीच घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण द्विपक्षीय संबंध हैं। बयान में कहा गया,‘‘हमारा द्विपक्षीय व्यापार लगातार बढ़ा है। वर्ष 2018-19 में हमारा द्विपक्षीय व्यापार 83 करोड़ अमेरिकी डॉलर के करीब था। भारत मुख्य रूप से जांबिया से तांबा आयात करता है। जांबिया अफ्रीका में तांबे का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है।’’ इस साल मई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लगातार दूसरी बार सरकार के गठन के बाद किसी भी अफ्रीकी देश के प्रमुख के स्तर पर यह पहली यात्रा है और राष्ट्रपति लुंगू की भारत की पहली ही यात्रा है।